रांची : कोल इंडिया की सभी कंपनियों के समक्ष मजदूर यूनियन नौ अगस्त को प्रदर्शन करेंगे. अगस्त में ही सभी कंपनियों में कन्वेंशन होगा. इसमें कोल इंडिया के सामने उत्पन्न संकट पर बात होगी. मजदूरों को बताया जायेगा कि कैसे केंद्र सरकार कोल इंडिया को अलग-अलग करना चाह रही है.
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कोल इंडिया की कंपनियों के समक्ष मजदूर यूनियन का प्रदर्शन नौ को
रांची : कोल इंडिया की सभी कंपनियों के समक्ष मजदूर यूनियन नौ अगस्त को प्रदर्शन करेंगे. अगस्त में ही सभी कंपनियों में कन्वेंशन होगा. इसमें कोल इंडिया के सामने उत्पन्न संकट पर बात होगी. मजदूरों को बताया जायेगा कि कैसे केंद्र सरकार कोल इंडिया को अलग-अलग करना चाह रही है. शनिवार को सीएमपीडीआइ में पूर्व […]
शनिवार को सीएमपीडीआइ में पूर्व सांसद वासुदेव आचार्य की अध्यक्षता में बैठक में हुई. बैठक के बाद पूर्व सांसद सह एटक नेता रमेंद्र कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार ने सीएमपीडीअाइ को कोल इंडिया से अलग करने का प्रस्ताव तैयार किया है.
यह कोल इंडिया के लिए घातक कदम होगा. सरकार 100 मिलियन टन से अधिक उत्पादन करनेवाली कोयला कंपनियों को अलग-अलग कंपनी बनाना चाह रही है. मजदूर जागृत नहीं हुए तो कोल इंडिया संकट में पड़ जायेगी. इससे बचने के लिए मजदूरों को एक होकर आगे आना होगा.
सभी यूनियनों को इस आंदोलन में शामिल होने का आग्रह किया जायेगा. यूनियनों ने तय किया है कि तीनों फेडरेशन (सीटू, एटक और एचएमएस) की समन्वय समिति बनेगी. सीटू के डीडी रामानंदन, एटक के अशोक यादव और एचएमएस के राजेश सिंह को ज्ञापन तैयार करने की जिम्मेदारी दी गयी है.
बीएमएस दोनों काम करना चाहता है, एक ही काम करे
रमेंद्र कुमार ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के आंदोलन में शामिल होने का निर्णय उसका अपना है. दरअसल बीएमएस चाहता है कि सरकार का विरोध भी करें और उसके साथ भी रहें. इसलिए बीएमएस को कोई एक ही काम करना चाहिए. बैठक में राजेश कुमार सिंह, हरिद्वार सिंह, लखन लाल महतो, डीडी रामानंदन, मिथिलेश सिंह, अशोक कुमार दुबे, अशोक यादव, मानस कुमार चटर्जी, राम स्वरूप आदि मौजूद थे.
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