रांची : इस साल रंगों का त्योहार होली 21 मार्च को है. 20 मार्च (बुधवार) को पूर्णिमा तिथि प्रदोष व्यापिनी है. प्रदोष काल शाम 6:04 बजे से रात्रि 8:58 बजे तक है. भद्रा प्रात: 10:45 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक पृथ्वी लोक के लिए अशुभ एवं अनिष्टकारी है. भद्रा की समाप्ति के बाद रात 9 बजे से 11:04 बजे तक शुभ व अमृत का चौघड़िया है. यह देश एवं राज्य के साथ-साथ लोगों के लिए भी श्रेष्ठ है.
रांची के पंडित रामदेव पांडेय ने बताया कि होलिका दहन के आठ दिन पूर्व से होलाष्टक प्रारंभ हो जाता है. इस दौरान सभी ग्रह एवं देवगण अग्नि स्वरूप उग्र रूप धारण किये होते हैं. होलिका दहन के बाद उसे जल से शीतल करने पर ग्रहों एवं देवताओं का वह उग्र रूप शांत हो जाता है. यही वजह है कि इस दिन नवान्नेष्टि यज्ञ भी संपन्न कराये जाते हैं.
चतुर्दशी : 19 मार्च 2019 (मंगलवार) सुबह 11:45 से बुधवार सुबह 9:20 तक
होलिका दहन का मुहूर्त : 20 मार्च 2019 (बुधवार) रात्रि 9 बजे बाद अति विशेष शुभ. होलिका दहन भद्रा रहित प्रदोष व्यापिनी फाल्गुन पूर्णिमा के दिन प्रदोष काल में किया जाना शास्त्र सम्मत है.
फाल्गुन शुक्ला पूर्णिमा : 20 मार्च (बुधवार) को प्रात: 09:20 बजे से प्रारंभ होकर 21 मार्च (गुरुवार) तक
होली (रंग गुलाल) : 21 मार्च 2019 (गुरुवार) को दिनभर (फगुवा)
होलाष्टक समाप्त : 20 मार्च 2019 (बुधवार)
चैत अमावस्या : 5 मार्च 2019
हिन्दू नव संवत्सर (वर्ष) 2076 : 6 अप्रैल 2019 (शनिवार) से 24 मार्च 2020 (मंगलवार) तक
बासंतिक नवरात्र : 6 अप्रैल (शनिवार) से
रामनवमी : 14 अप्रैल (रविवार)
हनुमान जयंती, चैती पूर्णिमा : 19 अप्रैल 2019