रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में व्यवस्था बदल दी गयी है. फोटोग्राफर संचिका निपटा रहे हैं. संपादक के पद पर बहाल अधिकारी प्रशासन का काम देख रहे हैं. निदेशक प्रशासन का पद व राज्य प्रशासनिक सेवा का कार्य शिक्षक देख रहे हैं.
टेलीफोन ऑपरेटर के पद पर नियुक्त अंतरयामी चौधरी संस्थान के सहायक नियंत्रक बन गये हैं. केवीके से लाये गये भोगेंद्र झा को प्रशाखा पदाधिकारी बना दिया गया है. इनकी शिकायत कृषि विभाग में की गयी है.
अराजक बना दिया था : मंत्री
कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने कहा है कि डॉ एमपी पांडेय ने संस्थान को अराजक बना दिया था. वैज्ञानिकों के पास कोई काम नहीं रह गया था.
देर रात बीएयू में फाइलों को इधर-उधर किया कर्मचारियों ने, पुलिस तलब
कुलपति डॉ एमपी पांडेय के काम पर रोक लगाये जाने और जांच का आदेश दिये जाने का खौफ कर्मियों में दिखा. देर रात कर्मियों ने कई कार्यालयों को खोलकर संचिका इधर-उधर कर दी. कुछ कर्मी संचिका लेकर अपने-अपने घर चले गये. बीएयू के मुख्यालय सहित अन्य कार्यालयों में देर रात तक कर्मी जमें रहे. वर्क्स एंड प्लान से कौशल कुमार और इंदजीत सिन्हा पकडे गये. उनको कर्मचारी लेकर रजिस्ट्रार के पास गये. वहां कांके थाना की टीम भी आयी. पकड़े गये कर्मियों ने बताया कि 20 जून को गौरिया करमा में मीटिंग है. उसी की तैयारी हो रही थी.
पकड़ने वाले कर्मचारियों का कहना था कि अंतरयामी चौधरी चेकबुक लेकर फरार हो गये हैं. बायोटेक में अलमारी का ताला टूटा हुआ था. 9.30 बजे कर्मचारियों ने कहा कि कुछ देर पहले बायोटेक के डीन डीएन सिंह तथा हिमांशु दुबे के आने की सूचना थी. दोनों पर कईसंचिका लेकर जाने का आरोप लगाया गया. पकड़े गये कर्मियों के पास से दर्जनों संचिका मिली है.