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रांची : फिटनेस के नाम पर रांची के व्यावसायिक वाहनों से 471 रुपये लिये जा रहे हैं ज्यादा

रांची : फिटनेस के नाम पर रांची के व्यावसायिक वाहनों से 471 रुपये ज्यादा लिये जा रहे हैं. जबकि दूसरे जिलों में 945 रुपये फिटनेस शुल्क लिया जाता है. जबकि रांची में यह शुल्क 1416 रुपये है. बढ़े शुल्क को लेकर विरोध शुरू हो गया है. सोमवार को झारखंड ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ने बैठक की. […]

रांची : फिटनेस के नाम पर रांची के व्यावसायिक वाहनों से 471 रुपये ज्यादा लिये जा रहे हैं. जबकि दूसरे जिलों में 945 रुपये फिटनेस शुल्क लिया जाता है.
जबकि रांची में यह शुल्क 1416 रुपये है. बढ़े शुल्क को लेकर विरोध शुरू हो गया है. सोमवार को झारखंड ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ने बैठक की. इसमें दीपक ओझा ने पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किये. कहा कि राज्य सरकार द्वारा रांची के ओरमांझी में मेसर्स टीयूवी एसयूडी साउथ एशिया को वाहनों के फिटनेस जांच की जवाबदेही सौंपी गयी है. इसके द्वारा प्रमाण पत्र देने के बाद भी एमवीआइ द्वारा प्रमाण पत्र दिये जाने को अनिवार्य किया गया है. जबकि पहले सिर्फ एमवीआइ फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करते थे. ऐसे में संबंधित जांच एजेंसी द्वारा प्रमाण पत्र दिये जाने का मतलब क्या है.
दूसरी बात यह कि रांची से निबंधित वाहन अगर खलारी कोलफील्ड में चलता है, तो वह वहां से 150 किमी दूर फिटनेस जांच के लिए खलारी पहुंचेगा. डीजल जलने के साथ ही काम प्रभावित होगा, सो अलग. रांची जिले में व्यावसायिक वाहनों की तादाद करीब चार लाख है. जबकि एकमात्र फिटनेस सेंटर ओरमांझी में बनाया गया है. इसकी वाहन फिटनेस जांच क्षमता महज 38 हजार वाहनों की है. ऐसे में अन्य वाहनों की जांच यह कैसे करेगा. उन्होंने सरकार से मांग की कि जिले में वाहनों की संख्या को देखते हुए हर क्षेत्र में फिटनेस सेंटर खोला जाये. रांची में जब तक छह से आठ फिटनेस सेंटर नहीं खुल जाते, तब तक सरकार पहले वाली व्यवस्था जारी रखे.
मौके पर शिवशंकर प्रसाद ने कहा कि फिटनेस सेंटर में जब छोटे मालवाहक वाहनों को जांच के लिए ले जाया जा रहा है, तो वहां पर फिटनेस सेंटर द्वारा कहा जा रहा है कि वाहन का डाला कटवाकर लाओ.
ऐसे में सवाल उठता है कि जिस वाहन को पहले से एमवीआइ द्वारा फिटनेस प्रमाण पत्र दिया जाता रहा है, उसका डाला कटवाने की बात अब फिटनेस सेंटर द्वारा क्यों की जा रही है. डाला कटवाने के बाद उस वाहन मालिक को बाजार में काम ही नहीं मिलेगा. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मांग पूरी नहीं होने पर एसोसिएशन द्वारा विभागीय मंत्री का घेराव किया जायेगा.
बैठक में मुन्ना गुप्ता, प्रवीण रंजन, मंजूर अंसारी, प्रदीप प्रसाद, सुबोध साहू, रत्नेश गुप्ता, अमर चौधरी, मुकेश कुमार, गुड्डू अग्रहरी, राकेश कुमार, अजय साहू, हेमंत पांडेय, मनोज सिंह, राम प्रवेश सिंह, टिंकू सिंह, राजेश जालान, अरुण साहू व अभिमन्यु आदि मौजूद थे.

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