-अजय दयाल-
रांचीः पुलिस लाइन में रह रहे पुलिसकर्मियों का हाल कैदियों से भी बदतर है. पानी और शौचालय की सुविधा से वंचित महिला और पुरुष पुलिसकर्मी भीषण गरमी में परेशान हैं. पुलिसकर्मियों को बिना स्नान किये डय़ूटी जाना पड़ रहा है. वहीं 2000 पुलिसकर्मियों के लिए मात्र 12 शौचालय होने के कारण पुरुष के अलावा महिला पुलिसकर्मियों को भी घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ता है. यहां पीने के लिए पानी की भी सही व्यवस्था नहीं है. पुलिसलाइन में सात चापानलों में से चार ही काम के लायक है.ं सुबह होते ही यहां पुलिसकर्मियों की भीड़ लग जाती है. स्नान के लिए कई स्थानों पर पानी की टंकी तो लगा दी गयी है, लेकिन पाइप कनेक्शन नहीं रहने के कारण इसका कोई उपयोग नहीं है.
दरुगध से खाना मुश्किल
किचन प्लाजा में पांच मेस चलता है. पानी की निकासी नहीं होने के कारण वहां नाली की स्थिति बदतर है. दरुगध के कारण पुलिसकर्मी ठीक से खाना नहीं खा पाते हैं. पुलिसकर्मियों की मानें, तो बरसात में स्थिति और बदतर हो जाती है. नीचा स्थान होने के कारण किचन प्लाजा के पास पूरे पुलिस लाइन का गंदा पानी भर जाता है.
12 यूनिट ही ढंग के
पुलिस लाइन में शौचालय के सात यूनिट हैं. प्रत्येक यूनिट में 12-12 शौचालय हैं. सात शौचालयों में कुल 84 कमरे हैं, लेकिन उनमें से 12 ही ठीक है. महिला बैरक में शौचालय की एक यूनिट के 12 शौचालय (कमरे) में एक शौचालय ही काम के लायक है. इससे महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ती है.