रांची : भाकपा माओवादी की कोयल शंख जोनल कमेटी के प्रवक्ता ने ऑडियो क्लिप जारी कर 26 जून को गढ़वा के खपरी महुआ में हुई घटना की जिम्मेवारी ली है. उसने कहा है कि ऑपरेशन ग्रीन हंट के तहत चलाये जा रहे पुलिसिया अभियान को धूल चटाने और ‘घेरा डालो डेरा डालो’ मुहिम को परास्त करने के उद्देश्य से 26 जून को पीएलजीए के गुरिल्ला दस्ता ने घटना को अंजाम दिया. इसमें सात पुलिसकर्मी मारे गये और चार घायल हो गये. वहीं, थाना भंडरिया के बूढ़ा पहाड़ गांव के माओवादी पीएलजीए गुरिल्ला दस्ते के विजय उर्फ शेखर बृजिया भी मारे गये. ऐसी और भी कुर्बानियां देने के लिए पीएलजीए के साथी तैयार हैं.
माओवादी प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार जल, जंगल व जमीन को विदेशी काॅरपोरेट कंपनियों को बेचना चाहती है और आदिवासियों को जल, जंगल व जमीन से वंचित करने की साजिश रच रही है. माअोवादी प्रवक्ता ने सीआरपीएफ, कोबरा, जगुआर और एसटीएफ के जवानों से कहा कि आप किसके हित में अत्याधुनिक हथियार से लैस होकर जान की बाजी लगा रहे हैं. आप अपने मन से जंगलों पहाड़ों में चढ़कर हमला नहीं कर रहे हैं, बल्कि बड़े पुलिस अधिकारी हमला करने के लिए भेज रहे हैं. हमले में निर्दोष जनता और माओवादी मारे जा रहे हैं, इसमें स्वयं भी मारे जाते हैं. दोनों स्थिति में साम्राज्यवादियों, पूंजीपतियों और सफेदपोश को लाभ हो रहा है. माओवादी प्रवक्ता ने पुलिसकर्मियों से कहा कि कोई अत्याधुनिक हथियार लेकर मारने आयेगा, तो आप क्या करेंगे. भाकपा माओवादी एक राजनैतिक पार्टी है.