रांची : राष्ट्रीय कवि संगम की रांची इकाई की ओर से ‘कवियों और पत्रकारों का संवाद सह काव्य संध्या’ का आयोजन प्रेस क्लब रांची में शनिवार को हुआ. संवाद का संयोजन राष्ट्रीय कवि संगम की रांची इकाई के महासचिव डॉ शिशिर सोमवंशी तथा कवि गोष्ठी का संचालन सीमा चंद्रिका तिवारी ने किया.
संवाद के दौरान प्रेस क्लब रांची के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने कहा कि साहित्य पत्रकारिता की प्राण वायु है और प्रेस क्लब रांची क्षेत्र में रचनात्मक वातावरण तैयार करने में सतत प्रयासरत है.
उन्होंने कहा संवेदनाविहीन व्यक्ति न पत्रकार हो सकता है और न कवि. कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि साहित्य और पत्रकारिता के मध्य जो दूरी आ गयी है, उसे भरना आवश्यक है. कवयित्री एवं पत्रकार चेतना झा ने चिंता व्यक्त की, कि साहित्य का स्थान तथ्य ने ले लिया और समाचार पत्रों में साहित्य के पेज खत्म हो रहे हैं.
पत्रकार सत्यप्रकाश पाठक ने कहा कि पत्रकारिता साहित्य से अलग नहीं है. समाचार लेखन साहित्य लेखन का ही त्वरित स्वरूप है. सदनानंद सिंह यादव के अनुसार संवेदना की कमी ने साहित्य और पत्रकारिता को अलग करने का कार्य किया है और साहित्य संस्कृति के स्थान पर पर अखबार में अपराध ज्यादा स्थान पा रहा है.
कार्यक्रम में प्रांतीय संरक्षक डॉ जंग बहादुर पांडेय, मयंक मुरारी, डॉ कुमार रजनीश, डॉ राजश्री जयंती, रजनी मल्होत्रा नैयर, संध्या चौधरी, माधवी मेहर, नीतू सिन्हा, बिनोद कुमार सिंह, निशिकांत पाठक ‘निराला’, डॉ अभिषेक श्रीवास्तव सहित नगर के कई गणमान्य पत्रकार और कवि उपस्थित थे.