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लाइन मरम्मत के लिए राजधानी में अब तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है आधुनिक सुविधा
मरम्मत में लगता है ज्यादा समय, उपभोक्ताओं को उठानी पड़ती है परेशानी आधुनिक उपकरण युक्त वाहन उपलब्ध होने पर कम समय में दूर होगी खराबी रांची : राजधानी में लाइन मरम्मत के लिए अब तक बिजली विभाग के पास आधुनिक सुविधा उपलब्ध नहीं है. यदि मौसम खराब हो जाये अौर एक साथ कई इलाकों में […]
मरम्मत में लगता है ज्यादा समय, उपभोक्ताओं को उठानी पड़ती है परेशानी
आधुनिक उपकरण युक्त वाहन उपलब्ध होने पर कम समय में दूर होगी खराबी
रांची : राजधानी में लाइन मरम्मत के लिए अब तक बिजली विभाग के पास आधुनिक सुविधा उपलब्ध नहीं है. यदि मौसम खराब हो जाये अौर एक साथ कई इलाकों में खराबी आ जाये, तो फिर लाइन मरम्मत में घंटों समय लग जाता है.
यदि आधुनिक उपकरण युक्त वाहन रहेंगे, तो काफी कम समय में ही यह खराबी दूर कर उपभोक्ता को समय पर बिजली उपलब्ध करायी जा सकती है. मालूम हो कि दो दिन पूर्व आयी आंधी व बिजली गिरने से खराब हुई व्यवस्था को ठीक करने में एक दिन से अधिक का समय लग गया था.
फ्यूज कॉल को दूर करने के लिए पुरानी व्यवस्था : अब भी फ्यूज कॉल को दूर करने के लिए पुरानी व्यवस्था है. सीढ़ी को ठेला पर रख कर लाइन मैन इसे ढोकर ले जाते हैं अौर खराबी दूर करते हैं. फिर अगले फ्यूज कॉल की अोर जाते हैं.
इससे काफी समय बर्बाद हो जाता है अौर समय पर फ्यूज कॉल दूर नहीं हो पा रहा है. कई जगहों पर मिस्त्री मोटरसाइकिल या लूना में सीढ़ी बांध कर ले जाते हैं, जबकि बड़े-बड़े शहरों में अत्याधुनिक सुविधा युक्त वाहन रहते हैं. जब भी शिकायतें आती हैं, उसे अविलंब दूर कर किया जाता है. इस वाहन में हेलमेट से लेकर दस्ताना सहित अन्य जरूरी उपकरण भी रहते हैं.
रांची में सीढ़ी पर चढ़ कर लाइन बनायी जाती है. कई बार हेलमेट सहित अन्य सुरक्षा उपकरण का उपयोग नहीं करने के कारण दुर्घटना भी हो जाती है, जिससे लाइन ठीक करनेवालों की मौत तक हो जा रही है. विभाग की अोर से बार-बार सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए कहा जाता है, लेकिन एक बार भी इसकी जांच नहीं की जाती है. कार्यरत श्रमिकों ने कहा कि यदि उनके पास सामान उपलब्ध रहे, तो उन्हें पहनने में कोई परेशानी नहीं है. इससे तो उनकी ही सुरक्षा होगी. फिलहाल निगम के स्थायी कर्मी के अलावे निजी कर्मी को मिलाकर टीम बनायी गयी है, जो खराबी को दूर कर रही है.
सहायक विद्युत अभियंता स्तर पर वाहन उपलब्ध : वर्तमान में सहायक विद्युत अभियंता स्तर पर वाहन उपलब्ध है, जो लाइन में बड़ी खराबी आने पर जाते हैं. उनके वाहन में भी आधुनिक सुविधा उपलब्ध नहीं है. इस वजह से सीढ़ी लगाने से लेकर अन्य सामान को व्यवस्थित करने में काफी समय की बर्बादी हो जाती है. उपभोक्ताओं को काफी परेशान होना पड़ता है. वहीं, स्थानीय फ्यूज कॉल को दूर करने के लिए जेइ स्तर पर वाहन उपलब्ध नहीं है, जिस कारण खराबी को दूर करने के लिए पुरानी व्यवस्था का ही उपयोग करना पड़ता है.
धीरे-धीरे व्यवस्था में हो रहा है सुधार : एरिया बोर्ड के मुख्य अभियंता सह महाप्रबंधक धनेश झा ने कहा कि धीरे-धीरे व्यवस्था में सुधार हो रहा है. जल्द ही हमलोगों के पास इस तरह की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे कि कम समय में हमलोग खराबी को दूर कर सकेंगे. फिलहाल हमलोगों के पास में मैनुअल व्यवस्था है. इसके अलावा ट्रांसफारमर लाने, ले जाने व लगाने के लिए आधुनिक सुविधा उपलब्ध है.
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