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झारखंड : इस वजह से फंसी 400 करोड़ की ग्रामीण सड़क योजनाएं
रांची : झारखंड में ग्रामीण सड़कों की करीब 400 करोड़ की योजनाएं फंसी हुई हैं. यानी इन योजनाअों का टेंडर तो हो गया है, लेकिन इसका निष्पादन नहीं हो पा रहा है. कुछ योजनाअों का टेंडर निष्पादन हो भी गया है, तो आगे की कार्रवाई नहीं हो पा रही है. इस तरह इन योजनाअों पर […]
रांची : झारखंड में ग्रामीण सड़कों की करीब 400 करोड़ की योजनाएं फंसी हुई हैं. यानी इन योजनाअों का टेंडर तो हो गया है, लेकिन इसका निष्पादन नहीं हो पा रहा है. कुछ योजनाअों का टेंडर निष्पादन हो भी गया है, तो आगे की कार्रवाई नहीं हो पा रही है. इस तरह इन योजनाअों पर काम शुरू नहीं हो पा रहा है.
इसमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना व राज्य संपोषित योजना दोनों शामिल हैं. इतनी राशि की करीब 300 से ज्यादा योजनाएं हैं. अगर इस पर जल्द निर्णय नहीं हुआ, तो बरसात आ जायेगी और योजनाअों पर काम शुरू नहीं पायेगा. ऐसे में इन योजनाअों पर बरसात के बाद यानी अक्तूबर में काम शुरू हो सकेगा. ऐसे में विभाग का कामकाज काफी पीछे चला जायेगा.
चीफ इंजीनियर का नहीं होना है कारण
इन योजनाअों पर निर्णय नहीं होने के पीछे सबसे बड़ा कारण मुख्य अभियंताअों का नहीं होना है. झारखंड स्टेट रूरल रोड डेवलपमेंट अॉथोरिटी (जेएसआरआरडीए) व ग्रामीण कार्य विभाग दोनों जगह 31 मार्च के बाद से मुख्य अभियंता नहीं हैं.
विजय कांत सिंह दोनों पद पर थे. उनकी सेवानिवृत्ति के बाद पथ निर्माण विभाग ने इंजीनियरों की सेवा भी ग्रामीण कार्य विभाग को दिया था, लेकिन विभाग ने काफी विलंब से स्थापना की बैठक की और 24 अप्रैल को अभियंताअों की पोस्टिंग की संचिका मुख्यमंत्री के पास भेजी. करीब एक माह होने को है, लेकिन अभी तक पोस्टिंग नहीं हो सकी है.
जरूरी काम के लिए दो को किया है प्राधिकृत
ग्रामीण कार्य विभाग ने फंसे हुए काम के निष्पादन के लिए मुरारी भगत को जेएसआरआरडीए व पारस कुमारको ग्रामीण कार्य विभाग के मुख्य अभियंता का कार्य करने के लिए प्राधिकृत किया था. ऐसे में पीएमजीएसवाइ की स्वीकृति से संबंधित कुछ काम हो सका, लेकिन टेंडर सहित अन्य कार्य आज भी फंसे हुए हैं.
डेढ़ साल से ज्यादा समय से नहीं हैं अभियंता प्रमुख
विभाग में डेढ़ साल से ज्यादा समय से अभियंता प्रमुख नहीं हैं. राजीव कुमार वासुदेव के इस पद से सेवानिवृत्त होने के बाद किसी दूसरे को यह पद नहीं दिया गया है. ऐसे में बिना अभियंता प्रमुख के ही विभाग चल रहा है. पिछले बार अभियंता प्रमुख की जगह कामकाज मुख्य अभियंता करते रहे.
रुका हुआ है 24 अभियंताआें का तबादला
ग्रामीण कार्य विभाग ने करीब 24 अभियंताअों के तबादले की संचिका भेजी है. इसमें मुख्य अभियंता, कार्यपालक अभियंता व सहायक अभियंता स्तर के इंजीनियर हैं.
कई महत्वपूर्ण जगहों पर नये कार्यपालक अभियंताअों की पदस्थापना करनी है. कार्यालय आदेश से दो को मुख्य अभियंता का कार्यभार देने का मामला उठा. वहीं दो कार्यपालक अभियंता के तबादले को लेकर भी काफी जिच हो रहा है. इसकी भी चर्चा हो रही है. कुल 24 अभियंताअों का तबादला रुका हुआ है.
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