रांची : राजकीयकृत प्राथमिक विद्यालय हरातू अनगड़ा के प्रधान शिक्षक साहेबराम भोगता ने सोमवार को राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू किया. उन्होंने रांची के जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसइ) शिवेंद्र कुमार की कार्यशैली व अमानवीय व्यवहार का विरोध किया.
उन्होंने कहा कि वेतन वृद्धि के साथ-साथ बकाया का भुगतान नहीं होने पर अनशन पर बैठने की सूचना उन्होंने डीएसइ को पहले ही दे दी थी. इसके बावजूद उनकी मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
श्री भोगता ने बताया कि डीएसइ ने 11 नवंबर 2017 को वेतन वृद्धि के बकाया भुगतान करने संबंधी आदेश निकाला था. उसमें दी गयी शर्त के मुताबिक उन्होंने 23 नवंबर को डीएसइ के पास शपथ पत्र भी जमा किया था.
फिर भी उनका भुगतान नहीं किया गया. वित्तीय वर्ष 2017-2018 समाप्त हो गया. डीएसइ व उनके कार्यालय की कार्यशैली व व्यवहार ठीक नहीं है. शिक्षकों की लंबित समस्या का समाधान करने के बदले उसे लटकाये रखने व शिक्षक को कार्यालय दाैड़ाया जाता है.
उन्होंने कहा कि उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाया गया. न्यायालय से वे बाइज्जत बरी हुए, लेकिन उनका बकाया भुगतान नहीं किया गया. बार-बार डीएसइ कार्यालय का चक्कर लगाता रहा. फिर भी समाधान नहीं हुआ. आर्थिक संकट के कारण उनके पुत्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई. पुत्र बिशप वेस्टकॉट नामकुम में पढ़ता था, नाम कटवाना पड़ा. इससे उनके तीनों बच्चों के दिमाग पर असर पड़ा. श्री भोगता ने कहा कि मांगों की पूर्ति तक उनका अनशन जारी रहेगा. उन्होंने शिक्षकों के नाम अपील भी जारी की है.