रांची : झारखंड राज्य वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा की बैठक शुक्रवार को हुई. बैठक में अप्रशिक्षित शिक्षकों को मैट्रिक व इंटर परीक्षा के मूल्यांकन कार्य में नहीं लगाने के निर्णय का विरोध किया गया. इसके विरोध में आंदोलन की घोषणा की गयी. मोर्चा के रघुनाथ सिंह ने बताया कि जो शिक्षक एकीकृत बिहार के समय से उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कर रहे हैं, उन्हें प्रशिक्षण के नाम पर परीक्षक नहीं बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
मोर्चा इसके विरोध में राज्य भर के स्थापना अनुमति प्राप्त हाइस्कूल, इंटर कॉलेजों में अनिश्चितकालीन तालाबंदी करेगा. वहीं शिक्षक विद्यार्थियों के साथ मिल कर राज्य भर के एनएच को जाम करेंगे. 22 अप्रैल को मोर्चा की बैठक होगी. बैठक में मैट्रिक व इंटर परीक्षा के मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार की घोषणा की जा सकती है. बैठक में सुरेंद्र झा, अरविंद सिंह, विजय झा, नरेश घोष आदि थे.
संघ ने जताया विरोध
रांची : झारखंड इंटर कॉलेज शिक्षक संघ ने अप्रशिक्षित शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में नहीं लगाने के निर्णय का विरोध किया है. संघ के महासचिव डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने कहा है कि एनसीटीइ ने 10 वर्ष शिक्षण का अनुभव रखने वाले शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण की बाध्यता पूर्व में ही समाप्त कर दी है.
इसके बाद भी बीएड को आधार बनाकर शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य से हटाया जा रहा है. उन्होंने स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग व जैक से इस निर्णय पर पुनर्विचार की अपील की है.