रांची: कृषि शोध और शिक्षा प्रसार विभाग के सचिव व आइसीएआर नयी दिल्ली के महानिदेशक डॉ एस अयप्पन पूर्वी क्षेत्र के लिए अनुसंधान केंद्र, प्लांडू (रांची) द्वारा चलायी जा रही परियोजनाओं के तहत रांची के हुंडरू गांव का भ्रमण कर किसानों द्वारा नर्सरी तैयार कर बोदी के रोपाई तकनीक की सराहना की.
आइसीएआर के उप महानिदेशक (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन संभाग) डॉ एके सिक्का ने भी योजना की सराहना की. यह योजना हुंडरू के साथ-साथ छोटा-घाघरा तथा सरायटोली गांव में भी संचालित हो रही है. इसके तहत 160 कृषि से जुड़े परिवार लाभान्वित हो रहे हैं.
पूर्वी क्षेत्र के लिए अनुसंधान परिसर, पटना के निदेशक डॉ बीपी भट्ट ने बताया कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य जल प्रबंधन, उर्वरता तथा समुचित कृषि प्रणाली का उपयोग कर धान की खेती के बाद खाली भूमि से उत्पादन लेना है. इस क्रम में अनुसंधान केंद्र, प्लांडू के वैज्ञानिक और प्रधान डॉ एके सिंह ने महानिदेशक, डॉ एस अयप्पन को विभिन्न जानकारी दी.