रांची: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 63वां राष्ट्रीय अधिवेशन गुरुवार को रांची में शुरू हुआ. माेरहाबादी मैदान में बनाये गये बिरसा नगर में आयोजित कार्यक्रम के पहले दिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा में नेशनल इलिजिब्लिटी टेस्ट, नीट लागू कर भ्रष्टाचार पर रोक लगायी है. पहले मेडिकल की सीटें लाखों और करोड़ तक में बिकती थी़ नीट लागू होने के बाद गरीब और साधारण परिवार का बच्चा भी डॉक्टर बन रहा है. केंद्र सरकार जल्द ही मेडिकल बिल लायेगी. प्रवेश परीक्षा में होनेवाली धांधली नहीं चलेगी़ मेडिकल प्रवेश परीक्षा को भ्रष्टाचार मुक्त बनायेंगे.
बिन पतवार की नाव न बनें युवा : केंद्रीय मंत्री ने बतौर विद्यार्थी परिषद के सदस्य के रूप में 10 वर्षों तक जुड़े रहे संस्मरण और संघर्ष को याद किया़ कहा : भगवान का आशीर्वाद था कि वह विद्यार्थी परिषद से जुड़े. विद्यार्थी परिषद जीवन को सुसंस्कृत बनता है, एक दिशा देता है. हमें समाज के लिए गढ़ता है़ जब देश में वामपंथी छात्र संगठन की तूती बोलती थी, तब भी हम उत्कृष्ट थे और आज भी हैं. उन्होंने कहा : युवा अपनी छिपी प्रतिभा पहचाने. दूसरी की प्रतिभा से प्रभावित होकर जीवन को दिशा ना दें. बिना पतवार की नाव न बनें. दिशा-दृष्टि साफ होनी चाहिए. मां भारती की सेवा में जुट जायें.
स्किल इंडिया में आगे आयें : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : विद्यार्थी परिषद शिक्षा नीतियों को लेकर सजग रही है. शिक्षा नीति में मूल बदलाव के लिए काम किया है. सरकार विद्यार्थी परिषद की शिक्षा के मूल परिवर्तन के सकारात्मक सुझाव को आगे भी लागू करेगी. उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि स्किल इंडिया में आगे आयें.बच्चों के टीकाकरण में अपनी भूमिका निभाएं. स्वस्थ भारत बनाना है, तो स्वस्थ बच्चेें होने चाहिए़ हमने टीकाकरण को 60 से 70 प्रतिशत किया है़ वर्ष 2018-19 तक 90 प्रतिशत करना है.
सरकार आर्थिक शुद्धिकरण कर रही : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा : प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार आर्थिक शुद्धिकरण का काम कर रही है़ नोटबंदी इसी दिशा में उठाया गया कदम था. एक सार्वजनिक फैसले कोई लेता है, तो कई लोग विरोध में खड़े हो जाते हैं. नोटबंदी जैसा फैसला, जिसने सवा अरब जनता को टच किया. लोगों को कष्ट हुआ. लेकिन भारत का आम नागरिक फैसले के साथ रहा, क्योंकि यह देशहित में लिया गया था. जीएसटी के मामले में कुछ राजनीतिक दलों का दोहरा चरित्र सामने आया. पहले कह रहे थे कि हमारे फैसले को लागू किया, आज इसको क्या-क्या नाम दिया जा रहा है़
कौन-कौन पहुंचे थे : केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, स्पीकर दिनेश उरांव, मंत्री सरयू राय, सीपी सिंह, रामचंद्र चंद्रवंशी, डॉ नीरा यादव, लुइस मरांडी, सांसद महेश पोद्दार, रामटहल चौधरी, विधायक अनंत ओझा, कुलपति रमेश पांडे, पद्मश्री अशोक भगत, खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, दीपक प्रकाश, सीमा शर्मा सहित कई भाजपा नेता कार्यक्रम में पहुंचे थे़
उदघाटन समारोह में थे : मेयर आशा लकड़ा,ओलिंपियन योगेश्वर दत्त, विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ नागेश ठाकुर, राष्ट्रीय महामंत्री विनय बिदरे, स्वागत समिति के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी, महामंत्री भानु प्रकाश जालान, परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ पंकज कुमार और डॉ श्रवण कुमार सिंह.
बोले योगेश्वर दत्त
राष्ट्रगान में खड़े नहीं हो सकते ऐसा नहीं चलेगा
ओलिंपियन योगेश्वर दत्त ने कहा : दिल और दिमाग में हमेशा देश होना चाहिए. इस मिट्टी में हमने जन्म लिया है, हम इसके कर्जदार हैं. देश को जोड़ने का काम युवा करें. सुनने को मिलता है कि राष्ट्रगान में 52 सेकेंड खड़े नहीं हो सकते हैं. सिनेमा घर में टिकट के लिए घंटों लाइन लगायेंगे़ भारत माता की जय नहीं बोलेंगे. युवा आगे आयें, ऐसे लोगों को समझाएं. ऐसा नहीं चल सकता है.