रांची : झारखंड प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त हुए अधिकारी विभाष चंद्र ठाकुर पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए सदर थाने में उनकी बहू ने फिर केस दर्ज कराया है. इस मामले में विभाष चंद्र ठाकुर ने भी अपनी बहू व उसके परिवारवालों के खिलाफ पुलिस अधिकारियों के पास 17 अक्टूबर 2017 को लिखित शिकायत की है.
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बहू : बदनाम करने की धमकी देते हैं ससुर, ससुर : ब्लैकमेल कर संपत्ति मांगती है बहू
रांची : झारखंड प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त हुए अधिकारी विभाष चंद्र ठाकुर पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए सदर थाने में उनकी बहू ने फिर केस दर्ज कराया है. इस मामले में विभाष चंद्र ठाकुर ने भी अपनी बहू व उसके परिवारवालों के खिलाफ पुलिस अधिकारियों के पास 17 अक्टूबर 2017 को लिखित शिकायत की […]
उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी बहू ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक साजिश के तहत एक अक्तूबर 2016 को उनके खिलाफ दुष्कर्म के आरोप में सदर थाने में झूठा केस दर्ज कराया था. वह इस मामले में जेल भिजवाने का भय दिखा कर उनकी संपत्ति हड़पने का साजिश कर रही है.
विभाष चंद्र ठाकुर का आरोप है कि उनकी बहू उन्हें ब्लैकमेल कर छह लाख रुपये, बरियातू के बड़गाई मौजा में 10 डिसमिल जमीन पति के जरिये गिफ्ट के रूप में ले चुकी है. इसके अलावा बहू द्वारा लगातार दी जा रही धमकी के कारण वह अपनी बहू को एक एकड़ 55 डिसमिल जमीन 43 लाख 40 हजार रुपये में खरीद कर दे चुके हैं.
विभाष चंद्र ठाकुर के अनुसार उनके पिता के नाम पर पटना में एक फ्लैट है. अब उनकी बहू अपने मां के नाम पर फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए ब्लैकमेलिंग कर रही है. उस फ्लैट में उनके अलावा उनके चार भाइयों का हिस्सा है. इसलिए वह फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं कर सकते़ ऐसा नहीं होने पर आक्रोशित होकर उनकी बहू ने दोबारा सदर थाने में दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है. विभाष चंद्र के अनुसार उनका एक फ्लैट दीपा टोली चेशायर होम रोड स्थित श्री वाटिका अपार्टमेंट में है.
उनकी बहू चाहती है कि वह रांची छोड़ दे, ताकि वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ फ्लैट पर कब्जा कर ले. उन्होंने बताया कि बहू ने उनके खिलाफ पहला केस सिर्फ रुपये व जमीन लेने के लिए किया था. जब उसे पैसे व जमीन मिल गये, तब उसने समझौता कर लिया. मैं बहू की प्रताड़ना से खुद ही परेशान हूं.
महिला ने कहा : गलत संबंध का लगाते हैं आरोप
इधर, महिला द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में कहा गया है कि उनके ससुर वर्तमान में धनबाद में एनजीओ चलाते हैं. वह शुक्रवार को रांची आते हैं और सोमवार को वापस चले जाते हैं. वह मुझ पर गलत आराेप लगा कर जबरदस्ती करते हैं. भय एवं परिस्थिति के कारण मैं इसका विरोध नहीं कर पाती हूं. मैंने पूर्व में सदर थाना में अपने ससुर के खिलाफ केस दर्ज कराया था. लेकिन बाद में केस में समझौता हुआ, क्योंकि मुझे समझौते के लिए विवश किया गया था.
मेरे ससुर मुझ पर आरोप लगाते हैं कि तुम्हारे दूसरे लड़कों से दोस्ती और गलत संबंध है. इस बात को मैं सार्वजनिक कर तुम्हें बदनाम कर दूंगा. मेरे ससुर ने 16 सितंबर 2017 को भी मेरे साथ दुष्कर्म किया. लेकिन मैं डर के मारे थाने नहीं आ सकी. जब मेरे ससुर धनबाद चले गये, तब मैं थाने गयी और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी.
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