रांची : खाद्य आपूर्ति विभाग ने करीब चार करोड़ रुपये बकाया वाले (अभी सील) हजारीबाग राइस मिल को फिर से खोलने का अादेश दिया है. इस बार भी मिल मालिक ने पहले की तरह 2.5 करोड़ का पोस्ट डेटेड चेक देने की बात कही है. वहीं शेष रकम के बदले धान की मिलिंग व ट्रांसपोर्टिंग करने संबंधी शपथ पत्र दिया है.
गौरतलब है कि हजारीबाग राइस मिल प्रबंधक ने फरवरी 2016 में भी एक करोड़ रुपये का पोस्ट डेटेड चेक देने की बात कही थी. इसके बाद विभाग ने सीलबंद किये गये इस मिल को खोलने का आदेश दिया था, पर बाद में मिल प्रबंधक ने एक रुपया भी जमा नहीं किया. करीब छह माह बाद मिल को बंद करवा दिया गया था. अब फिर से मिल प्रबंधक के झांसे में अाकर इसे खोलने के आदेश से विभागीय अधिकारी हैरान हैं. इस आदेश से एक नया विवाद उत्पन्न हो सकता है. ज्ञात हो कि विभाग ने पहले ही बकायेदार मिलों से काम न लेने तथा इन्हें सीलबंद कराने का निर्णय लिया था. राज्य भर के 51 चावल मिलों पर सरकार का अब भी करीब 60 करोड़ रुपये बकाया है. यह पैसा खरीफ 2012-13 का यानी पांच साल पहले का है. वहीं बड़े बकायेदार कई मिल मालिक मिल बंद कर फरार हैं.
चार साल में भी नहीं हो सकी पूरी वसूली : झारखंड के 51 राइस मिलों पर सरकार का करीब 60 करोड़ रुपये बकाया है. खरीफ मौसम 2012-13 में सरकार से धान लेकर इन मिलों ने बदले में चावल या पैसा नहीं दिया, पर राज्य सरकार चुप है. अकेले हजारीबाग के पांच राइस मिल प्रबंधन पर 42 करोड़ रुपये की देनदारी है. वहीं, एक करोड़ से अधिक के बकायेदार कुल 12 राइस मिल मालिक हैं. उल्टे एक मिल को खोलने का आदेश हुआ है.
न्यायालय ने इस मामले में सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से पहले ही कहा था कि वह बकाया वसूली के लिए किसी तरह की कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है. धान खरीद की यह रकम खाद्य आपूर्ति विभाग से संबद्ध झारखंड राज्य खाद्य निगम की है. इस रिवॉल्विंग फंड का इस्तेमाल हर वर्ष किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद में होता था. उधर, बिहार में ठीक इसी तरह के मामले में तीन राइस मिल मालिकों पर बिहार सरकार ने गबन का मामला दर्ज कर इनके खिलाफ आरोप पत्र समर्पित कर दिया था.
एक करोड़ से अधिक के बकायेदार
नाम बकाया रकम
संकट मोचन राइस मिल, हजारीबाग 12.82 करोड़
आदित्य राइस मिल, हजारीबाग 10.48 करोड़
गणपति राइस मिल, हजारीबाग 7.87 करोड़
लक्की राइस मिल, हजारीबाग 7.18 करोड़
सत्यनारायण एग्रो प्रा़ लि नगड़ी, रांची 5.87 करोड़
बालाजी राइस मिल गम्हरिया, पू सिंहभूम 4.45 करोड़
एसआरबी फूड, देवघर 3.98 करोड़
हजारीबाग राइस मिल, हजारीबाग 3.71 करोड़
देवघर मिल झौंसागढ़ी, देवघर 2.17 करोड़
रानी सती राइस मिल दुमका रोड, जामताड़ा 1.56 करोड़
गणेश राइस मिल धालभूमगढ़, पू सिंहभूम 1.16 करोड़
प्रतीक एग्रो एक्सपोर्ट प्रा़ लि काठीटांड़, रांची 1.08 करोड़