रांची: राज्य के बैंकों की तरफ से खाताधारकों को दी जा रही सुविधाओं पर जीएसटी ली जानी शुरू कर दी गयी है. एक जुलाई से सभी बैंकों की तरफ से खाताधारकों से इसके लिए शुल्क भी लिया जाने लगा है. खाताधारकों से यह शुल्क स्वत: उनके खाते (करेंट अथवा सेविंग्स) से काटे जा रहे हैं.
किसी भी बैंक के आउट स्टेशन चेक के कलेक्शन से लेकर उसके भुगतान की प्रक्रिया सुनिश्चित करने में भी बैंक अपने खाताधारकों से सेवा शुल्क ले रहे हैं. इतना ही नहीं एसएमएस एलर्ट भेजने, कैश हैंडलिंग चार्ज, पास बुक इश्यू करने, ड्राफ्ट बनाने और डुप्लिकेट पास बुक बनाने पर भी लोगों से पैसे लिये जा रहे हैं. बैंक प्रबंधन का कहना है कि जो खाताधारक बैंक के लॉकरों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनसे भी 18 प्रतिशत जीएसटी लिया जा रहा है. इन सभी सेवा शुल्क के बारे में आज भी अधिकतर ग्राहकों को जानकारी नहीं दी गयी है. खाताधारकों के खाते से पैसे की कटौती पर उन्हें यह पता नहीं चल रहा है कि पैसे क्यों काटे गये. बैंकों की तरफ से नेट बैंकिंग की सुविधाओं पर भी जीएसटी लिया जा रहा है. इतना ही नहीं पैसे के ट्रांसफर पर भी जीएसटी लागू कर दी गयी है.