रांची: बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर सुबह 11:00 बजे अचानक सायरन की आवाज से लोग चौंक उठे. लोगों में उत्सुकता हुई कि आखिर एयरपोर्ट के अंदर क्या हुआ है? एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर सीआइएसएफ जवानों के अलावा झारखंड पुलिस, एटीएस, एयरफोर्स, गार्ड कमांडो, बीएसएफ, अर्मी, बीडीडीएस, श्वान दस्ता, अग्निशमन दस्ता की गतिविधि अचानक बढ़ गयी.
सीआइएसएफ के डीसी आशीष रावत ने कहा कि आतंकी हमले के दौरान आतंकियों से निबटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया था. इसका उद्देश्य कम समय में घटनास्थल तक पहुंचना और कम नुकसान के साथ आतंकी गतिविधि को नष्ट करना है. इस अवसर पर सीआइएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट पीकेएल दास ने मॉक ड्रिल में भाग लेनेवाले सभी जवानों और एजेंसियों की सराहना की.