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लालटेन की रोशनी में नहीं पढ़ना होगा नौनिहालों को
रांची: ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने रविवार को खूंटी में सोलर लैंप के असेंबलिंग व वितरण केंद्र का उदघाटन किया. खूंटी-तोरपा एग्री हॉर्टिकल्चर को-अॉपरेटिव सोसाइटी भवन में शुरू किये गये इस केंद्र का संचालन झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की सखी मंडलों द्वारा किया जा रहा है. इस योजना के जरिये जहां 35 […]
रांची: ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने रविवार को खूंटी में सोलर लैंप के असेंबलिंग व वितरण केंद्र का उदघाटन किया. खूंटी-तोरपा एग्री हॉर्टिकल्चर को-अॉपरेटिव सोसाइटी भवन में शुरू किये गये इस केंद्र का संचालन झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की सखी मंडलों द्वारा किया जा रहा है. इस योजना के जरिये जहां 35 प्रशिक्षित महिलाअों को जहां रोजगार मिला है, वहीं स्कूली बच्चों को सिर्फ 100 रुपये में सोलर स्टडी लैंप उपलब्ध कराया जा रहा है.
मंत्री ने कहा कि राजस्व गांवों तक तो बिजली पहुंच गयी, लेकिन पहाड़ों और सुदूर टोलों में बिजली पहुंचाने का काम अभी हो रहा है. ऐसे इलाके के बच्चों की पढ़ाई में सोलर लैंप महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा. बच्चों को केरोसिन लालटेन की कम रोशनी में नहीं पढ़ना पड़ेगा. मौके पर ग्रामीण विकास विभाग के विशेष सचिव परितोष उपाध्याय ने बताया कि सोलर पैनल भी खुद तैयार करने के लिए अाइआइटी मुंबई व इइएसएल, जेएसएलपीएस को तकनीकी मदद कर रहे हैं.
प्रति लैंप 500 रुपये देगी केंद्र सरकार : सोलर स्टडी लैंप कि वास्तविक कीमत लगभग 600 रुपये है, लेकिन इसे बच्चों को 100 रुपये में ही दिया जायेगा. शेष खर्च भारत सरकार वहन करेगी. बच्चों से मिले 100 रुपये से असेंबलिंग सेंटर का खर्च पूरा किया जायेगा. असेंबलिंग सेंटर की महिलाअों को प्रति लैंप 12 रुपये का भुगतान होना है. सभी लैंप का वितरण स्थानीय ग्राम संगठन के माध्यम से गांव के स्कूलों में ही किया जायेगा.
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