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प्रयोगशाला से लोगों को मिलेगा लाभ : निदेशक
रांची : कृषि निदेशक राजीव कुमार ने कहा कि राज्य में कीटनाशी जांच प्रयोगशाला खुलने से यहां के लोगों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि झारखंड अनाज के उत्पादन में थोड़ा पीछे है. तेलहन-दलहन की उपज भी कम है. सब्जी उत्पादन में झारखंड आगे है. यहां 40 लाख एमटी सब्जी का उत्पादन होता है. सब्जी […]
रांची : कृषि निदेशक राजीव कुमार ने कहा कि राज्य में कीटनाशी जांच प्रयोगशाला खुलने से यहां के लोगों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि झारखंड अनाज के उत्पादन में थोड़ा पीछे है. तेलहन-दलहन की उपज भी कम है. सब्जी उत्पादन में झारखंड आगे है. यहां 40 लाख एमटी सब्जी का उत्पादन होता है. सब्जी में कीटनाशक का इस्तेमाल अधिक होता है.
उन्होंने कहा कि मेरा अनुभव है कि बाजार से कीटनाशक लेकर इस्तेमाल करने पर कभी काम करता था, तो कभी नहीं. अब किसान बाजार से कीटनाशक खरीद कर यहां जांच करा सकेंगे. इसका लाभ लोगों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि अब यहां स्थित फर्टिलाइजर व बायोकेमिकल लैब को और मजबूत करेंगे. इसके लिए पदाधिकारी 30 दिनों में रोड मैप तैयार करके प्रस्ताव दें. श्री कुमार गुरुवार को इटीसी कैंप में राज्य कीटनाशी प्रयोगशाला के उदघाटन के बाद बोल रहे थे.
25वां राज्य बना झारखंड
उप कृषि निदेशक (पौधा संरक्षण) डॉ एमएसए महालिंगा शिवा ने कहा कि झारखंड देश का 25वां राज्य है, जहां कीटनाशी प्रयोगशाला खुली है. यह 10 साल से बन कर तैयार थी. अभी तक कीटनाशकों के नमूनों की जांच के लिए नमूना फरीदाबाद भेजना पड़ता था. प्रयोगशाला में प्रति वर्ष लगभग 500 कीटनाशी नमूनों की जांच की जा सकेगी. इससे नकली कीटनाशक के कारोबार पर रोक लगेगी. इस अवसर पर निदेशक भूमि संरक्षण एफएस त्रिपाठी, उप निदेशक भूमि संरक्षण आरपी सिंह, धीरेंद्र पांडेय, प्राचार्य इटीसी एसबी अग्रवाल आदि मौजूद थे.
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