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चार किसान कर चुके हैं आत्महत्या, एसआइटी ने अब तक नहीं दी पहले किसान की मौत पर रिपोर्ट
रांची: राजधानी के आसपास के इलाके में एक के बाद एक चार किसानों ने आत्महत्या कर ली. चारों आत्महत्या की घटना 10 जून से 19 जुलाई के बीच की है. किसान की मौत की वजह के बारे में पुलिस स्पष्ट रूप से पता नहीं लगा पा रही है. पुलिस सिर्फ अस्वाभाविक मौत का केस दर्ज […]
रांची: राजधानी के आसपास के इलाके में एक के बाद एक चार किसानों ने आत्महत्या कर ली. चारों आत्महत्या की घटना 10 जून से 19 जुलाई के बीच की है. किसान की मौत की वजह के बारे में पुलिस स्पष्ट रूप से पता नहीं लगा पा रही है. पुलिस सिर्फ अस्वाभाविक मौत का केस दर्ज कर मामले को छोड़ दे रही है. अगर आत्महत्या की वजह के बारे में जानकारी मिल जाती, तब शायद इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए ठोस उपाय किये जा सकते थे.
पिठोरिया के सिमलबेड़ा में किसान कलेश्वर महतो ने 19 जून को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. उसकी आत्महत्या के पीछे कर्ज का दबाव और खेती में नुकसान होने की बात सामने आयी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसी की अनुशंसा पर 13 जून को एसएसपी ने विशेष अनुसंधान दस्ता (एसआइटी)का गठन किया था. एसआइटी को घटना की वजहों के बारे में पता लगाने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी, लेकिन घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद 20 जुलाई तक एसआइटी ने फाइनल जांच रिपोर्ट ग्रामीण एसपी को नहीं दी है.
एसआइटी की टीम में तीन डीएसपी को भी शामिल किया गया था. इसके अलावा पिठोरिया थाना प्रभारी को केस का अनुसंधानक बनाया गया था. मामले में सहयोग के लिए तकनीकी शाखा की टीम को भी शामिल किया गया था. इसके अलावा मामले में मॉनिटरिंग करने की जिम्मेवारी ग्रामीण एसपी को सौंपी गयी थी. जांच रिपोर्ट तैयार नहीं होने की वजह से आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पायी है. इससे अब यह सवाल उठने लगा है कि जब एसआइटी की टीम एक किसान की मौत की वजह की गुत्थी नहीं सुलझा पायी, तब अन्य किसानों की मौत की जांच से क्या होगा.
हाल के दिनों में कब-कब किसानों ने की आत्महत्या
10 जून 2017: पिठोरिया के सिमलबेड़ा गांव में किसान कलेश्वर महतो ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के पीछे कर्ज का दबाव होने की बात सामने आयी थी.
15 जून 2017: पिठोरिया सुतियांबे गांव निवासी किसान बालदेव ने कुआं में कूद कर जान दे दी. आत्महत्या के पीछे कर्ज का दबाव होने की बात सामने आयी थी.
02 जुलाई 2017: ओरमांझी के बिजांग गांव निवासी किसान राजदीप नायक ने कीटनाशक खाकर जान दे दी. आत्महत्या के पीछे आर्थिक तंगी में होने की बात सामने आयी थी.
19 जुलाई 2017: चान्हो के बेतलंगी गांव निवासी किसान संजय मुंडा ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. उसकी आत्महत्या के पीछे खेती में भी नुकसान होने की बात सामने आयी थी.
कौन-कौन पुलिस अधिकारी शामिल हैं एसआइटी में : सिटी डीएसपी शंभु कुमार सिंह, डीएसपी मुख्यालय वन अमित कच्छप, डीएसपी सिल्ली सतीश चंद्र झा
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