Advertisement
रांची के बच्चे डांस के दम पर बॉलीवुड में बना रहे पहचान
लता रानी रांची : डांस करना हर किसी को अच्छा लगता है. नृत्य से शारीरिक व मानसिक विकास होता है. तन स्वस्थ रहता है और मन प्रसन्न रहता है. चाहे बाराती डांस हो या प्रोफेशनल डांस पर हर कोई चांस मारना चाहता है़ डांस आपको फीट रखता है. बेशक डांस एक शौक है, लेकिन बदलते […]
लता रानी
रांची : डांस करना हर किसी को अच्छा लगता है. नृत्य से शारीरिक व मानसिक विकास होता है. तन स्वस्थ रहता है और मन प्रसन्न रहता है. चाहे बाराती डांस हो या प्रोफेशनल डांस पर हर कोई चांस मारना चाहता है़
डांस आपको फीट रखता है. बेशक डांस एक शौक है, लेकिन बदलते दौर में इसके प्रति युवाओं का क्रेज बढ़ा है. दीवानगी है. करियर की भी असीम संभावनाएं है़. यही कारण है कि आज के युवा व बच्चे डांस की दुनिया में पहचान बना रहे है़. अभिभावक भी बच्चों को डांस सिखाने पर जोर दे रहे है़ं
रांची के युवा और बच्चे भी मॉडर्न एवं क्लासिकल डांस के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रहे है़. राजधानी में डांस के कई सेंटर, इंस्टीट्यूट और एकेडमी चल रहे हैं, जहां बच्चों का क्रेज देखा जा सकता है़ यहां के युवाओं और बच्चों की बॉलीवुड तक धमक है.
डांस में करियर स्कोप
डांस ट्रेनर और कोरियोग्राफर सतीश शाहदेव कहते हैं कि पहले डांस को सिर्फ शौक माना जाता था़ अब इसमें करियर के काफी स्कोप है़. टीवी पर रियलिटी शो आने लगे है़ं च्चे रियलिटी शो तक पहुंच रहे है़. रांची के बच्चे व युवा भी डांस में करियर बना रहे है़. बॉलीवुड तक पहुंच रहे है़. डांस के क्षेत्र में टीचर, ट्रेनर व कोरियोग्राफर के रूप में करियर बनाया जा सकता है. आजकल स्कूलों में भी डांस क्लास करायी जा रही है. एनुअल डे पर डांस जरूरी हो गया है़ इसके लिए महीनों से तैयारी होने लगती है़ बच्चों को डांस सिखाया जाता है़ अभिभावक भी इसके प्रति सजग हैं.
ओड़िसी डांस की भी ट्रेनिंग
ओड़िसी डांस विश्व भर में फैल रहा है़ रांची में भी बच्चे व महिलाएं ओड़िसी डांस के प्रति क्रेजी हैं. इंटरनेशनल फेस्टिवल में ओड़िसी डांस परफॉर्म किया जा रहा है, जहां भारत की प्रतिभाएं प्रस्तुति दे रही है़ं रांची के बच्चे और महिलाएं भी भुवनेश्वर में आयोजित ओड़िसी फेस्टिवल में हिस्सा लेते हैं. रांची में ओड़िसी डांस के प्रचार प्रसार के लिए कलाकार गजेंद्र पंडा कार्यशाला आयोजित कर रहे हैं.
रांची की प्रतिभा की धमक डांस ही है मेरी जिंदगी : आर्यन
रांची के आर्यन महापात्रा झलक दिखला जा 2017 (कलर्स चैनल के रियलिटी शो) के विनर हैं. सोनी टीवी के शो बूगी वूगी के फाइनलिस्ट रहे हैं. यू थिंक यू कैन डांस 2016 के विनर रह चुके हैं. संत अंथोनी के छात्र आर्यन सात साल की उम्र से ही डांस सीख रहे हैं. पढ़ाई के साथ-साथ डांस में भी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं. बॉलीवुड तक धमक पहुंच चुकी है. आर्यन कहते हैं : डांस ही मेरी जिंदगी है. पहले तो यह सिर्फ शौक था. अब करियर भी है़ जब सलमान खान के हाथों ट्रॉफी मिली, तो लगा सच में मैंने अब कुछ पाया है़
डांस के दम पर पहचान : उत्सव
पीस रोड निवासी उत्सव गांगुली इन दिनों बांग्ला चैनल पर छाये हुए है़ं बांग्ला कलर्स चैनल के शो डीआइडी के स्टूडियो राउंड तक पहुंचे़ यह शाे पांच महीनों तक चला़ उत्सव पांच महीनों तक दर्शकों का मनोरंजन करते रहे. इन दिनों सोनी टीवी पर आने की तैयारी चल रही है़ शो जल्द ही आने वाला है़ उत्सव बताते हैं कि डांस करना बहुत अच्छा लगता है़ अपने डांस के दम पर ही छोटी सी उम्र में नाम कमा पाया हूं. सब लोग मुझे जानने लगे है़ं
बच्चे कहते हैं
डांस करना बहुत पसंद है़ इसलिए डांस सीख रही हू़ं हर दिन कुछ अलग सीखना अच्छा लगता है़ यहां सुविधा भी बेहतर मिल रही है.
-स्नेहा
मैं बचपन से ही डांस सीख रही हूं. अब तो काफी कुछ सीख लिया है़ प्रैक्टिस करना भी अच्छा लगता है़ डांस में बेहतर करियर की संभावना है.
-अदृशी
डांस इंडिया डांस तक पहुंचना ही मेरा लक्ष्य है़ इसी लक्ष्य को लिए मैं डांस सीख रही हू़ं एक दिन डांसिंग में नाम कमाना है़ माता-पिता का नाम रोशन करना है.
-पलक
अभिभावक कहते हैं
मेरे बच्चे को डांस में काफी रुचि है़ इसलिए उसे डांस की ट्रेनिंग दे रही हूं. वैसे भी आज-कल बच्चों को मल्टी टैलेंट बनना चाहिए़
-शकुंतला
डांस से बच्चे फीट भी रहते है़ं इसलिए डांस सीखना भी जरूरी. अच्छा लगता है जब मेरा बच्चा डांस करता है़ इसमें बेहतर करियर की संभावनाएं हैं.
-सुषमा
बच्चों को हर क्षेत्र में आगे आना चाहिए़ इसलिए अपने बच्चे को डांस के लिए प्रेरित कर रही हूं. डांस करना अच्छा भी लगता है़ इसमें स्कोप भी दिख रहा है़
-मालती
रांची के मॉडर्न
डांस इंस्टीट्यूट
पाजेब : अपर बाजार, पिस्का मोड़, धुर्वा सेक्टर टू
द पाजेब : लालपुर, पिस्का मोड़, लोवाडीह चौक, मोरहाबादी, अशोक नगर
पुष्पांजलि : जेल रोड
डांस ऐले : सर्कुलर रोड
गोल्डेन स्टेपर : लालपुर चौक, ओवरब्रिज
सामदेव : संत अन्ना गली
तरन्नुम डांस एकेडमी : अपर बाजार
डाइनामाइट : चुन्ना भट्टा चौक
सेनसेशनल : अपर बाजार
सन साइन डांस इंस्टीट्यूट : चुटिया
द रेवॉल्यूशन : अरगोड़ा, पिस्का मोड़
जय डांस एकेडमी : सिंह मोड़
डांस यूनिटी : सिंह मोड़
रिदम : अपर बाजार
डांस वांस : बरियातू
डांस ड्रीम : डंगरा टोली
सामदेव : संत अन्ना गली ,पुरुलिया रोड
मिक्स एलिमेंट : कोकर
अनंत डांस एकेडमी
क्लासिकल और सेमी
क्लासिकल डांस इंस्टीट्यूट
पुष्पांजलि, जेल रोड
धात्री कला केंद्र, डोरंडा
मोनिका डांस एकेडमी, लालपुर
गीताली, वर्धमान कंपाउंड
उदिति डांस एकेडमी, लालपुर
नृत्यांगना डांस एकेडमी, कांके रोड
ओड़िसी डांस केंद्र
नृत्य ग्राम : कुसई कॉलोनी, डोरंडा
ज्वाहर कला केंद्र : मेकन
ये डांस सिखाये जा रहे हैं
मॉडर्न-हिप हॉप, कंटेपररी, वेस्टर्न, जुंबा, एरोबिक्स, जैज, फ्री स्टाइल, बॉलीवुड, सेमी क्लासिकल, क्लासिकल- कथक व भारतनाट्यम.
फी स्ट्रक्चर
नृत्य संस्थानों में डांस सिखाने के लिए प्रति माह 500 से 700 रुपये फीस ली जाती है. हफ्ते में दो से तीन डांस क्लास ली जा रही है.
एक्सपर्ट कहते हैं
स्ट्रेस को दूर करता है डांस
नृत्य का कोई भी फॉर्म हो, स्टाइल हो नृत्य को फिटनेस के रूप में देखा गया है़ यह कंपलीट आर्ट है. शारीरिक रूप से भी देखा जाये, तो डांस फिटनेस फॉर्म है़ वेस्टर्न क्लासिकल फार्म में शरीर के साथ-साथ पूरा दिमाग भी चलता है़ डांस से स्ट्रेस दूर होता है़ आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस काफी बढ़ गया है. डांस को स्ट्रेस बस्टर माना जाता है़
-गार्गी मलकानी, कथक नृत्यांगना
स्कूलों में डांस टीचर की मांग बढ़ी है
डांस के प्रति बच्चों का शौक बढ़ा है़ इसलिए स्कूलों में डांस टीचर की डिमांड बढ़ी है़ डांस से बच्चों का मानसिक विकास होता है. बॉडी लैंगवेज भी डेवलप होता है़ मैंने कथक और रवींद्र नृत्य में मास्टर किया है. सब्जेक्ट के साथ-साथ डांस क्लास भी ले रही हूं. बच्चे भी डांस सीखने में काफी रुचि दिखा रहे हैं.
-मोनिका डे, डांस टीचर, जेवीएम श्यामली
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement