उन्होंने खंडपीठ के समक्ष प्रभात खबर की प्रतियां प्रस्तुत करते हुए कहा कि ट्रेनों को बंद करने से हजारों लोग प्रभावित होंगे. ट्रेनों को बंद करने के बदले वैकल्पिक रेल मार्ग से चलाने की जरूरत है, ताकि लोगों को परेशानी नहीं हो. राजधानी रांची सहित झारखंड के विभिन्न जिलों व बिहार के कई जिलों के लोग रेल की सुविधा से वंचित हो जायेंगे. उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड ने चंद्रपुरा-धनबाद रेल खंड में 15 जून से ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया है.
कुछ ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाने की घोषणा की गयी है, जबकि अधिकतर ट्रेनों को बंद करने का निर्णय लिया गया है. कोयला खनन के कारण भूमिगत आग के रेल पटरियों तक आ जाने के कारण दुर्घटना की संभावना को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों के परिचालन बंद करने का निर्णय लिया है. कुछ दिनों पूर्व भूमि धसान में पिता-पुत्र जमींदोज हो गये थे. इस पर हाइकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका में तब्दील कर दिया था.