यह आहार भी है और यहां की संस्कृति से भी जुड़ा है़ महुआ काे प्रतिबंधित करने की सरकार की गलत नीति का ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है़ सरकार अविलंब इससे प्रतिबंध हटाये़ उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राइवेट प्लेसमेंट एजेंसी विनियमन और घरेलू महिला कामगार बिल-2016 भी लाया है, पर यह महिला सुरक्षा के हित में कम और प्लेसमेंट एजेंसियों के फायदे का ज्यादा है़ इससे प्लेसमेंट एजेंसियों को बढ़ावा मिलेगा व पलायन करनेवालों की संख्या बढ़ेगी़.
सरकार इसे तत्काल रोके़ इस अवसर पर डॉ पीपी हेम्ब्रम, सिस्टर जूलिया, मानसिंह मुंडा व वासवी किड़ो ने भी विचार रखे़ सेमिनार का आयोजन होड़ोपैथी एथनो मेडिसन डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, झारखंड आदिवासी जड़ी- बूटी विकास समिति राष्ट्रीय वन जन श्रमजीवी यूनियन व अन्य संगठनों द्वारा किया गया था.