रांची: रिम्स के नियोनेटल वार्ड (नवजात बच्चों का वार्ड) के प्रोसिजर रूम की एबीजी मशीन में टिटनेस के बैक्टीरिया मिले हैं. रिम्स के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग ने स्वॉब टेस्ट में टिटनेस के बैक्टीरिया होने की पुष्टि की है. शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष ने प्रोसिजर रूम एवं वार्ड की सफाई कराने का निर्देश दिया है.
इधर, प्रोसिजर रूम के बगल में ही नियोनेटल वार्ड है. यहां एक दर्जन से ज्यादा नवजात बच्चों का इलाज किया जा रहा है. रिम्स प्रबंधन एवं शिशु विभाग को इसकी जानकारी है, बावजूद सफाई का कार्य शुरू नहीं किया गया है.
नवजात की भरती होगी बंद : टिटनेस के बैक्टीरिया मिलने के बाद नियोनेटल वार्ड में नवजात बच्चों की भरती बंद कर दी जायेगी. बच्चों को इस वार्ड से निकाला जायेगा, ताकि नवजात बच्चे संक्रमित न हो जायें. बच्चों की भरती बंद करने का आदेश शीघ्र ही जारी किया जायेगा. हालांकि माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग ने बच्चों की भरती बंद किये बिना ही सफाई कार्य कराने की सलाह दी है.
समय पर नहीं होता स्वॉब टेस्ट
रिम्स में स्वॉब टेस्ट नियमित नहीं होता है. बिना स्वॉब टेस्ट के ही ऑपरेशन थियेटर, वार्ड एवं मशीन संचालित होते हैं. नियम यह है कि विभागाध्यक्ष एवं इंचार्ज समय-समय पर स्वॉब टेस्ट करायें. बहुत दिनों से रिम्स के कई विभागों का स्वॉब टेस्ट नहीं हुआ है.
क्या है फ्युमिगेशन
फ्युमिगेशन की प्रक्रिया से वार्ड में मिले बैक्टीरिया को एसओपी प्रक्रिया द्वारा खत्म किया जाता है. इस प्रक्रिया के तहत फॉग द्वारा फ्लोर, बेड, मशीन एवं अन्य उपकरण को बैक्टीरिया मुक्त किया जाता है.
वार्ड को खाली कराया जायेगा
प्रोसिजर रूम में टिटनेस के बैक्टीरिया मिले हैं. फ्युमिगेशन के लिए वार्ड को खाली कराया जायेगा. बच्चों की भरती बंद करनी पड़ेगी.
डॉ एके शर्मा, विभागाध्यक्ष शिशु विभाग