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तीन दिनों से पतरातू बाजार में डेरा जमाये थे हत्यारे
पतरातू : गैंगस्टर किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय की हत्या करने वाले तीनों अपराधी तीन दिनों से पतरातू बाजार में ही डेरा जमाये हुए थे. शूटरों की यह तिकड़ी पतरातू बाजार स्थित तेजू साव के घर में रह रहे थे. तेजू साव को इन लोगों ने खुद को मोबाइल टावर का मिस्त्री बताया था. […]
पतरातू : गैंगस्टर किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय की हत्या करने वाले तीनों अपराधी तीन दिनों से पतरातू बाजार में ही डेरा जमाये हुए थे. शूटरों की यह तिकड़ी पतरातू बाजार स्थित तेजू साव के घर में रह रहे थे. तेजू साव को इन लोगों ने खुद को मोबाइल टावर का मिस्त्री बताया था. सुबह व शाम को तीनों नियमित रूप से मेन रोड स्थित प्रिंस होटल में खाना खाते थे. दिन भर तीनों किशोर पांडेय के घर से लेकर पतरातू बाजार तक घूमते रहते थे.
इस दौरान ये कामेश्वर पांडेय की रेकी करने का काम करते थे. पुलिस ने पकड़े गये एक हत्यारे चौबीस परगना बंगाल के गौतम मंडल की निशानदेही पर सोमवार की देर रात तेजू के घर पर रेड किया. पुलिस ने उसके घर से एक नाइन एमएम पिस्टल, एक जिंदा गोली व एक खोखा बरामद किया है. हथियार बरामद होने के बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर तेजू साव को व उसके पुत्र छोटू साव को हिरासत में ले लिया है.
वहीं, प्रिंस होटल के संचालक रोशन को भी हिरासत में लिया है. पुलिस तीनों से कड़ाई से पूछताछ कर रही है. पुलिस को संदेह है कि इस हत्या में इन तीनों की भी संलिप्तता हो सकती है. डीएसपी वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि अभी तीनों को हिरासत में रख कर पूछताछ किया जा रहा है.
संदेहास्पद थी गतिविधि : पुलिसिया पूछताछ में जो बातें सामने आ रही है, उसके अनुसार तेजू साव को इन तीनों की गतिविधि पर संदेह होने लगा था. खुद को मोबाइल टावर का मिस्त्री बताने के बावजूद तीनों के पास कामकाज के लिए किसी प्रकार का टूल्स या उपकरण नहीं था.
ऊपर से तीनों किस लोकेशन में टावर की मरम्मत कर रहे हैं, इसकी जानकारी देने में कतराते थे. नियमित समय पर हर रोज घर से निकलते व वापस आते थे. इसी तरह होटल में भी खाने का समय हर रोज एक सा ही था. कुछ लोगों ने लगातार पतरातू बाजार के आसपास इन लोगों को बेवजह मंडराते भी देखा था. तेजू साव तक भी बाजार से उड़ते हुए यह खबर पहुंची थी.
पुलिस ने कामेश्वर पांडेय को किया था अलर्ट : सीसीएल सौंदा में पांडेय गिरोह के शागिर्द राजेश राम के सहयोगी ब्रजेश ही हत्या के बाद पुलिस ने कामेश्वर पांडेय व उनके परिजनों को अलर्ट किया था.
पुलिस ने उन्हें सतर्क करते हुए बताया था कि गैंगवार चरम पर पहुंच गया है, उससे आप लोगों को जान का खतरा हो सकता है. खास कर घर के प्रमुख लोग बेहद सावधान रहें.
इस बात की तसदीक हेडक्वार्टर डीएसपी वीरेंद्र चौधरी ने भी की है. पुलिस के अलर्ट करने के दो-तीन दिन तक तो पांडेय परिवार ने बेहद सावधानी बरती. घर का कोई भी मुख्य सदस्य अकेले बाहर नहीं निकला. यही कारण रहा कि शूटरों को तीन दिनों तक अपने टारगेट को अंजाम देने के लिए इंतजार करना पड़ा. शूटरों को यह मौका सोमवार को तब मिला, जब बाजार -हाट का हवाला देकर कामेश्वर पांडेय झोला लेकर सब्जी लेने निकल पड़े.
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