कुजू : खड़ा छात्र कुजू.बच्चे स्कूल समय से जाते जरूर हैं, लेकिन समय से बच्चे को घर पहुंचने की कोई गारंटी नहीं होती. स्कूल में कक्षा खत्म होने की घंटी बजते ही बस चालक व कंडेक्टर जल्द निकलने के फिराक में रहते हैं. उन्हें बच्चों के प्रति तनिक भी ध्यान नहीं रहता है. इसके कारण आये दिन छात्र छूट जाते हैं.
इस तरह की घटना की जानकारी छात्र के अभिभावक और स्कूल प्रबंधन को नहीं रहती है. छात्र डांट से बचने के लिए चुप्पी साध लेते हैं. छात्र किसी की मोटरसाइकिल के सहारे लिफ्ट लेकर व भाड़ा वाहन के सहारे घर पहुंचते हैं. यह वाकया बुधवार को अग्रसेन डीएवी भरेचनगर सांडी की है. बस चालक व कंडक्टर की लापरवाही ने ध्यान नहीं दिया और गाड़ी लेकर चले गये. इसके कारण उस छात्र को काफी परेशानी हुई.
एक युवक ने उसे स्कूल ड्रेस पहना देख कर मोटरसाइकिल को रोका. युवक ने स्कूली छात्र से नाम -पता पूछा. बच्चे ने अपना नाम निखिल कुमार (अग्रसेन डीएवी भरेचनगर वर्ग 6 ए) बताया. युवक ने उस बच्चे को कुजू तक पहुंचाया. क्या कहते हंै विद्यालय के प्राचार्य : इस संबंध में अग्रसेन डीएवी के प्राचार्य मनोज मिश्रा ने कहा कि बस छूट जाने के बाद बच्चे को स्कूल परिसर में वापस आ जाना चाहिए था. चालक देखा नहीं होगा. शिक्षक विद्यालय में रहते हैं. छात्र से पूछने पर ही जानकारी होगी कि किसकी लापरवाही है.