रामगढ़ : जिन गोरक्षकों के बल पर मोदी प्रधानमंत्री, रघुवर दास मुख्यमंत्री आैर जयंत सिन्हा सांसद बने हैं, उन्हीं गोरक्षकों को इन लोगों ने भुला दिया है. लेकिन इन गो रक्षकों के परिवार की आज जो स्थिति है, उसकी सुध लेने वाला कोई भी नेता नहीं हैं. कई संगठनों ने इस आंदोलन को समर्थन दिया है, लेकिन भाजपा के कोई नेता इस आंदोलन में नहीं आये.
उक्त बातें अटल विचार मंच के बैनर तले अलीमुद्दीन हत्याकांड में निदोर्षों को फंसाने के विरोध में आैर घटना की सीबीआइ अथवा एनआइए जांच की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भाजपा के पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने सोमवार को आम सभा में कही. आम सभा का आयोजन एक मई को छावनी फुटबॉल मैदान में किया गया था. श्री चौधरी ने सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा को पिता से अलग राजनीति करने पर कहा कि जो व्यक्ति अपने पिता का नहीं हुआ वह देश व पार्टी का क्या होगा.
पुलिस द्वारा की गयी पिटाई से अलीमुद्दीन की मृत्यु हुई है. अलीमुद्दीन के साथ घटना के समय मौजूद कलीमुद्दीन को पुलिस अब तक क्यों नहीं पकड़ सकी. अलीमुद्दीन पर हत्या, चोरी, डकैती जैसे संगीन मामले दर्ज हैं. जब प्रशासन व सरकार प्रतिबंधित मांस के व्यापार पर रोक नहीं लगा सकती, तो गो हत्या पर से प्रतिबंध सरकार को हटा लेना चाहिए. पूर्व मंत्री देवीदयाल कुशवाहा ने कहा कि केंद्र और राज्य में जब अपनी सरकार है, तो सच्चाई जानने के लिए रामगढ़ की जनता सीबीआइ या एनआइए जांच की मांग कर रही तो क्या गलत कर रही है. पूर्व विधायक लोकनाथ महतो ने कहा कि स्थानीय विधायक राज्य में मंत्री व स्थानीय सांसद केंद्र में मंत्री हैं.
इसके बाद भी हमलोगों को न्याय की मांग करनी पड़ रही है. हम इस संबंध में हमने दो बार मुख्यमंत्री से बात की है. तीसरी और चौथी बार भी मुख्यमंत्री से मिल कर निष्पक्ष जांच की मांग की जायेगी. प्रो केपी शर्मा ने कहा कि हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता. उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआइ अथवा एनआइए से कराने की मांग की. सभा में बलराम कुशवाहा, दीपक सिसोदिया, भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मधु गुप्ता, रामदेव प्रसाद, धीरज सिंह, प्रभात अग्रवाल, पंकज महतो, प्रदीप प्रजापति ने अपने विचार रखे. मंच संचालन नमेंद्र चंचल ने किया.