भुरकुंडा. भुरकुंडा कोलियरी की भूमिगत खदानों में बार-बार हो रही टूट-फूट व अन्य खराबी के कारण कोयले के उत्पादन पर असर पड़ा है. बांसगढ़ा खदान के हॉलेज घर का ट्रांसफारमर गुरुवार बारिश के बीच हुई थंडरिंग के कारण खराब हो गया. इसके कारण खदान का उत्पादन ठप पड़ गया. शुक्रवार दोपहर को दूसरा ट्रांसफारमर लगाने के बाद हॉलेज घर चालू हो सका.
लगभग 24 घंटे तक हॉलेज के काम नहीं करने के कारण लगभग 230 टन कोयले का उत्पादन प्रभावित रहा. दूसरी ओर, हाथीदाड़ी के खराब पड़े हॉलेज घर के मोटर की मरम्मत शुक्रवार दोपहर में की गयी. यहां का उत्पादन सामान्य हुआ. मोटर गुरुवार को द्वितीय पाली में रात लगभग आठ बजे खराब हुआ था. इस खदान का उत्पादन लगभग 36 घंटे तक बंद रहा. इससे यहां पर लगातार चार पालियों में लगभग दो सौ टन कोयले का उत्पादन प्रभावित रहा. बताया गया कि तीन-चार दिनों से लगातार हो रही किसी ने किसी खराबी के कारण दोनों खदानों को मिला कर लगभग एक हजार टन कोयले का उत्पादन प्रभावित हुआ है.