Advertisement
“600 प्रति क्विंटल के नुकसान पर बेच रहे धान
हुसैनाबाद : सरकार के निर्देश के बाद भी हुसैनाबाद प्रखंड में धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा रहा है. इस वर्ष अच्छी पैदावार होने के कारण किसानों में खुशी थी कि इस बार धान की कीमत सरकार द्वारा तय राशि के तहत मिलने से फायदा होगा. लेकिन अधिकारियों […]
हुसैनाबाद : सरकार के निर्देश के बाद भी हुसैनाबाद प्रखंड में धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा रहा है. इस वर्ष अच्छी पैदावार होने के कारण किसानों में खुशी थी कि इस बार धान की कीमत सरकार द्वारा तय राशि के तहत मिलने से फायदा होगा. लेकिन अधिकारियों की उदासी रवैया के कारण किसानों को कम से कम प्रति क्विंटल 500 से 600 रुपये का आर्थिक नुकसान हो रहा है. सरकार द्वारा धान की निर्धारित राशि प्रति क्विंटल 1600 रुपये है. लेकिन किसानों का धान अबतक नहीं खरीदे जाने से किसान मजबूर हो कर औने-पौने कीमत पर बेच रहे हैं. वह दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों में बिचौलियों द्वारा नौ से 10 रुपये प्रति किलो धान खरीद कर स्टॉक कर बाहर भेज कर मुनाफा कमा रहे हैं. इस संबंध में क्षेत्र के किसान प्रमोद सिंह ने कहा की धान क्रय केंद्र की नीतियां पूरी तरह से फेल हो चुकी है. धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से अपने धानों को कम दामों में बेचने पर विवश हैं.
एनसीपी के वरिष्ठ नेता पोलडीह निवासी योगेंद्र सिंह, संजय सिंह, सुरेंद्र राम, कव्वाल अंसारी ने कहा कि सरकार द्वारा सिर्फ घोषणा की जाती है, लेकिन किसानों को कोई लाभ नहीं मिलता. किसान कर्ज लेकर अपनी खेती करते हैं. धान होने पर कर्जदारों द्वारा पैसे की मांग की जाती है. कर्ज वापसी के लिए धान बेचना मजबूरी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement