अनशन पर बैठे कैदियों के परिजनों ने की उपायुक्त से मुलाकात
मेदिनीनगर : मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में आठ कैदी ऐसे हैं, जो सजा पूर्ण करने के बाद भी जेल में बंद है. कैदियों की रिहाई हो, इसे लेकर 31 जनवरी से कैदी अनशन पर हैं. सोमवार को इन कैदियों के परिजनों ने पलामू उपायुक्त मनोज कुमार से मुलाकात की.
उन्हें कारा महानिरीक्षक के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा, जिसमें यह कहा गया है कि यदि चार फरवरी तक उनकी मांग नहीं सुनी गयी, तो वे लोग पांच फरवरी से उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना पर बैठेंगे. उपायुक्त से मिलने वालों में नन्हकी देवी, लकेश्वरी देवी, बानो देवी, अजरुन साव, बिंदा देवी, मीना देवी, सोहगनिया देवी, किरण देवी, विमला देवी आदि शामिल है.
जो बंदी सजा पूरी कर चुके हैं : छतरपुर के मडवा के बुतर साव, रामजीत साव, दशरथ साव, ललन साव, सुरेश साव, कैलाश साव, पांकी के आसेहार के सुकट भुइयां, लातेहार के जालीम गांव के कन्हाई साव का नाम शामिल है.
बताया गया कि यह लगभग 20 वर्षो से मेदिनीनगर जेल में बंद है. सरकार द्वारा गठित राज्य पूर्णरक्षण पार्षद की बैठक नहीं होने के कारण इनकी रिहाई नहीं हो पा रही है.
आंदोलन की चेतावनी : उधर सजापूर्ण बंदियों की रिहाई की मांग को लेकर चल रहे आमरण अनशन का समर्थन किया गया है. संयुक्त बयान जारी कर विभिन्न राजनीतिक दल व सामाजिक संगठन के पदधारियों ने कहा है कि सेंट्रल जेल में 31 जनवरी से सजापूर्ण बंदी अनशन पर हैं. लेकिन प्रशासन द्वारा अपेक्षित कार्रवाई नहीं की गयी है.
यदि दो दिन के अंदर अपेक्षित कार्रवाई नहीं की गयी, तो जनवाद पसंद लोग बाध्य होकर आंदोलन करेंगे. बयान जारी करने वालों में आजसू के सतीश कुमार, लोक अभियान के संयोजक शैलेंद्र सिंह, इप्टा के महासचिव उपेंद्र मिश्र, भाकपा राज्य पर्षद के सदस्य शैलेंद्र कुमार, रंजन कुमार सिंह, अधिवक्ता बीरबल राम रावत, डॉ इंदू भगत व वृजनदंन मेहता का नाम शामिल है.