रुपया नहीं देने पर स्वयंसेवक लड़ने पर उतारू हो जा रहे हैं. इस अवसर पर ग्रामीणों द्वारा कई पक्का मकानवालों को भी प्रधानमंत्री आवास का लाभुक बनाये जाने की शिकायत की गयी़ ग्रामीणों ने मुखिया से शिकायत की कि तीन माह पूर्व जिस पंचायत सेवक द्वारा निसार खान का पक्का मकान होने की जांच रिपोर्ट प्रखंड कार्यालय को सौपी गयी थी, उसी पंचायत सेवक द्वारा तीन माह बाद यह रिपोर्ट दी गयी कि निसार खान का मकान कच्चा है़.
ग्रामीणों ने इसकी जांच कराने की मांग की़ मुखिया मधु दूबे ने सभी मामलों पर अपने स्तर से कार्रवाई कराने की बात कही़ उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जो मापदंड तय किये गये हैं, उसके अनुसार ही मकान का लाभ देना है़ लेकिन पंचायत में इस तरह के मामले भी आ रहे हैं, जहां इसकी अनदेखी की गयी है़ उन्होंने कहा कि इसकी लिखित शिकायत उपायुक्त से की गयी है़ वहां से कार्रवाई होगी़ उन्होंने आवास का फोटो खींचने में राशि लिए जाने के मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा प्रति आवास 1000 रुपये फोटो खींचनेवाले को दिया जाता है.
ग्रामीणों से अवैध राशि लेनेवालों की जांच करायी जायेगी़ इस संबंध में पंचायत सेवक बिहारी राम ने फोटो खिंचाने में राशि लिए जाने से इनकार किया़ साथ ही उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि किसी पक्का मकान वाले को आवास योजना का लाभ दिया गया है़.