विद्यालय चलें, चलाएं अभियान . श्रम मंत्री राज पलिवार ने कहा
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2019 तक राज्य को जीरो ड्रॉप आउट करने का लक्ष्य
विद्यालय चलें, चलाएं अभियान . श्रम मंत्री राज पलिवार ने कहा धनुषपूजा मध्य विद्यालय में समारोह को संबोधित करते मंत्री ने अभिभावकों को स्वयं जागरूक होकर बच्चों को शिक्षित करने की अपील की. पाकुड़ : केवल छात्रवृत्ति, साइकिल या फिर मध्याह्न भोजन के मुद्दे पर प्रदर्शन करने मात्र से ही विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था दुरुस्त […]
धनुषपूजा मध्य विद्यालय में समारोह को संबोधित करते मंत्री ने अभिभावकों को स्वयं जागरूक होकर बच्चों को शिक्षित करने की अपील की.
पाकुड़ : केवल छात्रवृत्ति, साइकिल या फिर मध्याह्न भोजन के मुद्दे पर प्रदर्शन करने मात्र से ही विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो सकती है. सरकार के लाख चाहने के बावजूद तब तक सरकारी शिक्षण संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में सुधार नहीं हो सकता है, जब तक अभिभावक जागरूक न हों. ये बातें श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग झारखंड सरकार के मंत्री राज पलिवार ने मध्य विद्यालय धनुषपूजा में आयोजित स्कूल चलें-चलायें अभियान के तहत आयोजित नामांकन कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा.
उन्होंने कहा कि खुले तौर पर मैं ये आश्वस्त करता हूं कि अभिभावक को इसके प्रति जागरूक होना होगा और विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर सड़क पर उतरना होगा. उपरोक्त मौके पर मंत्री श्री पलिवार ने ड्रॉप आउट बच्चों का नामांकन भी किया. उन्होंने कहा कि सरकार वर्ष 2019 तक पूरे राज्य को जीरो ड्रॉप आउट बनाने का लक्ष्य रखा है. पाकुड़ जिले में अभी भी 4000 बच्चे ड्रॉप आउट हैं और इसे जीरो ड्रॉप आउट में बदलना यहां के जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के लिए एक चुनौती भी है. उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए पूरी ताकत के साथ सरकार के लक्ष्य को पूरा करने के लिए एकजुटता के साथ लग जायें,
जिसमें अधिकारी, जनप्रतिनिधि, अभिभावक सभी की भूमिका समान हो. कहा कि सरकार झारखंड में पदाधिकारियों के साथ मिल कर एक टीम बनायी है, जो राज्य को बेहतर दिशा दे सके और इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने पूरे राज्य को जीरो ड्रॉप आउट बनाने को ठाना है. आने वाले समय में सबके सहयोग से देश ही नहीं राष्ट्र का नंबर वन प्रदेश बनेगा. शिक्षक को भी संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ सरकार उन्हें वेतन दे रही है, वे आज उस उद्देश्य से भटक चुके हैं.
केवल वेतन व टीए व डीए के चक्कर में उलझ कर शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं और देश के भविष्य का लालन-पालन सरकारी स्कूलों में ही होता है. शिक्षक इन पचड़ों को छोड़ कर ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्य का निर्वहन करें. मौके पर उपायुक्त ए0 मुथु कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2018 तक पाकुड़ जिले को जीरो ड्रॉप आउट बनाना लक्ष्य है और निश्चित तौर पर पूरी टीम भावना के साथ इस लक्ष्य को हासिल करेंगे. उन्होंने टीम में लगे कर्मियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि हाल ही में राष्ट्रपति महोदय के हाथों पाकुड़ को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम करने के दिशा में सम्मानित किया गया है.
इस बार भी इस लक्ष्य को सबसे पहले पूरा करने का काम करें. वहीं जिला शिक्षा अधीक्षक राजाराम साह ने कहा कि अब तक जिले के दस पंचायतों को जीरो ड्रॉप आउट पंचायत बना लिया गया है. बाकी सभी पंचायतों को भी जल्द बना लिया जायेगा. मौके पर डीआरडीए निदेशक सुनील कुमार सिंह, अपर समाहर्ता मनोज कुमार, एसडीओ अरविंद कुमार लाल के अलावा भाजपा नेता सह पूर्व विधायक बेणी प्रसाद गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष देवीधन टुडू, दुर्गा मरांडी, बीस सूत्री उपाध्यक्ष विवेकानंद तिवारी, सुनील सिंह, अनुग्राहित साहा, हिसाबी राय, बलराम दूबे सहित अन्य मौजूद थे.
शिक्षक ईमानदारी पूर्वक स्कूलों में अपने दायित्व को निभायें
‘मुख्यमंत्री को माफी मांगने की जरूरत नहीं’
मुख्यमंत्री के शिबू सोरेन को कब तक ढोते रहेंगे वाले बयान को सूबे के श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग झारखंड सरकार के मंत्री राज पलिवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री के उपरोक्त बयान को मुद्दा बना कर विपक्ष सदन को चलने से रोकने की जो बात कह रहे हैं, जो गलत है. जनता ने सभी जनप्रतिनिधि को चुन कर इसलिए वहां तक भेजा है कि सदन के अंदर बैठ कर राज्य व क्षेत्र के विकास की रणनीति बनाये, न कि अनावश्यक मुद्दे पर सदन को चलने से रोकने की बात करे. उन्होंने एक सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास आज राज्य के सबसे लोकप्रिय नेता हैं.
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