पाकुड़ : एक ओर सरकार जहां झारखंड़ को हरा-भरा कराने के लिए सभी विभागों के अलावे आम लोगों व निजी संस्थानों को भी पौधे लगाने को प्रेरित कर रही है. वहीं दूसरी ओर सरकारी पदाधिकारी के मिलीभगत से वन माफिया जंगलों के सफाये में जुटी है. वन माफिया पाकुड़ क्षेत्र से प्रतिदिन कीमती लकड़ियां काट कर पुलिस की मिली भगत से दिन में ही छोटे बड़े वाहनों के माध्यम से चांदपुर के रास्ते फरक्का ले जाते हैं.
झारखंड़ की पहचान को वापस अपना अस्तित्व दिलाने के लिए राज्य सरकार करोड़ों खर्च कर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से वृक्ष लगाने व उसे बचाने का संकल्प दिला रही है. वन विभाग व पुलिस विभाग के भी पदाधिकारी व कर्मचारियों ने अभी हाल में ही जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड़ परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सूबे के मुखिया रघुवर दास ने सभी को वृक्ष लगाने व उसे पालन करने को लेकर शपथ भी दिलाई गई थी. लेकिन इसका कोई भी असर न तो वन विभाग के पदाधिकारियों पर पड़ा व ना ही पुलिस पर. जिसका नतीजा है कि बड़े पैमाने पर पाकुड़ के जंगलों से लकड़ी माफिया बैखोफ होकर पेड़ों की कटाई कर रही है.