अमड़ापाड़ा : थाना क्षेत्र से बारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित आदिवासी बाहुल्य ग्राम बुढ़िडुबा में एकाएक आग लगने से आगजनी में तीन घर जल जाने का मामला सामने आया है. आग लगने की सुचना मिलते ही गांव पहुंचने पर आगजनी से पीड़ित चुनका हेंब्रम ने बताया कि आग अचानक लगी. उस वक्त वे लोग खाना खाकर घर में सोये थे. देखते-देखते आग ने मसोदि हेंब्रम, साहेब हेंब्रम का टाली और मिट्टी, बांस के प्रयुक्त से बना तीन बड़ा घर जल गया.
गांव में अफरा तफरी का माहौल दिखा. घर के कागजात, 12 से 15 हजार रुपये, कपड़े, हजारों छोटे बड़े सामान, आलू, प्याज, जेवरात सहित इस साल की खेती से उपजा सारा धान जल गया. इस घटना में मसोदि हेंब्रम की मां मुखी मुर्मू व बारह वर्ष के लड़का ओपन हेंब्रम आंशिक रूप से जल गये हैं. घायल मसोदि हेंब्रम ने बताया कि उनका लड़का साहेब हेंब्रम कुछ दिन पहले मजदूरी करने तमिलनाडु गया है और मसोदि हेंब्रम के भी घर में नहीं होने की बात बतायी गयी.
उक्त ग्राम के ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में 150 आदिवासियों का घर है लेकिन उसके अनुपात में पानी की व्यवस्था नहीं है. पानी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण सही समय पर आग को नहीं बुझाया जा सका. ग्रामीणों के अनुमान के अनुसार लगभग तीन लाख की क्षति तीनों परिवारों को हुई है. ग्रामीणों ने बताया कि उक्त आगजनी घटना के 2 से तीन घंटा बित जाने के बाद भी प्रशाशन, स्वास्थ्य और न ही कोई पुलिस पदाधिकारी पहुंचे थे. समाचार भेजे जाने तक ग्रामीणों द्वारा आग को बुझाने का प्रयास जारी था.