पाकुड़ : आदिवासी विवाहिता के साथ हुए गैंगरेप मामले में पांच नामजद सहित छह लोगों अभियुक्त बनाये जाने पर शनिवार को विपतपुर व तोड़ाई गांव के सैकड़ों ग्रामीण नगर थाना पहुंच कर विरोध जताया है.
ग्रामीणों के साथ हिरणपुर के जिप सदस्य राजेंद्र प्रसाद भगत, मुखिया इमानुएल मुर्मू, पंचायत समिति सदस्य मनव्वर आलम भी शामिल थे. पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा से ग्रामीणों ने कहा कि जिन लोगों को दुष्कर्म कांड में नामजद बनाया गया है वे निर्दोष हैं. षड्यंत्र के तहत इन युवकों को फंसाया गया है.
पीड़िता के पति को बताया आरोपित
ग्रामीणों का कहना था कि इस महिला के पति छिनतई व आर्म्स एक्ट में पहले भी जेल जा चुका है. महिला असम की रहने वाली है और उग्रवादी संगठन से जुड़ कर काम भी करती है.
एसपी ने ग्रामीणों को कहा कि पुलिस निष्पक्ष तौर पर अपना काम करेगी तथा जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस हर एक बिंदुओं पर जांच कर रही है. मौके पर पुलिस निरीक्षक अजीत कुजूर, प्रभारी थाना प्रभारी नगर हरदुगन होड़ो, हिरणपुर थाना प्रभारी बाबूवंशी साव सहित पुलिस बल के जवान व ग्रामीण मौजूद थे. वहीं ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर एसपी को एक मांग-पत्र भी सौंपा है.