साहिबगंज : गंगा का जलस्तर घट गया है. जिन इलाकों से बाढ़ का पानी निकल गया है उन इलाकों में जश्न का माहौल है. वहीं दूसरी ओर जहां अब भी पानी बरकरार है वहां के लोग आस लगाये बैठे हैं. कई परिवार अब भी विस्थापित हैं. अभी भी ऐसे ज्यादातर लोग अब भी टाउन हॉल में शरण लिये हुए हैं.
एक सप्ताह का अनाज देने की बात कहने के बाद भी नहीं देने पर मुख्य गेट में ताला लगाकर झाविमो नेता अरशद नसर के नेतृत्व में धरना पर बैठ गये.
रामपुर में अब भी उदासी
रामपुर दियारा के सोनेलाल मंडल ने कहा, उनकी गाय बाढ़ में बह गई. बीस हजार रुपये का नुकसान हुआ है. निर्मला देवी, दिलीप मंडल सहित दर्जनों लोगों के घर ध्वस्त हो गये हैं. मवेशी पालकों के समक्ष भीषण समस्या खड़ी हो गयी है. फिलहाल, बिनोवा दियारा क्षेत्र से नौका की मदद से चारा मांग रहे हैं.
बाढ़ का पानी कुलीपाड़ा, रसूलपुर दहला, चानन मोहल्ले से उतरने के बाद डायरिया का प्रकोप फैल गया है. चलंत स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में डायरिया से ग्रस्त लोग झोला छाप चिकित्सक के सहारे अपना इलाज करवा रहे हैं. जल–जमाव के कारण बदबू व मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है.