पाकुड़ : निकटवर्ती पश्चिम बंगाल से गंगा का पानी सदर प्रखंड के चांचकी व भवानीपुर के दो दर्जन घरों में घुस गया है. इससे ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं सड़क पर छह फीट तक पानी जमा हो जाने की वजह से चांचकी, फरसा, भवानीपुर, उदितनगर आदि गांवों के लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है. जल जमाव से प्रभावित ग्रामीणों को एक गांव से दूसरे गांव आने–जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है.
पश्चिम बंगाल से गंगा के पानी का बहाव भवानीपुर व चांचकी गांव में होने की वजह से खेतों में लगायी गयी फसलें जहां नष्ट हो गयी है, वहीं पश्चिम बंगाल से साग–सब्जी आदि का इन गांवों में आना मुश्किल हो गया है. ग्रामीणों के मुताबिक यदि सड़क पर पानी जामा नहीं होता, तो कम से कम आवागमन की समस्या से जुझना नहीं पड़ता.
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि यदि पुल का निर्माण किया जाता, तो इस समस्या से लोगों को निजात मिलती. गांव में जल जमाव की वजह से संक्रामक बीमारी फैलने की भी संभावना बढ़ गयी है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
सदर प्रखंड के चांचकी व भवानीपुर के ग्रामीणों ने बताया कि जलजमाव से उन्हें काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने इस समस्या के निदान की मांग जिला प्रशासन से की है. ग्रामीण समीउल शेख ने बताया कि पश्चिम बंगाल के कुछ लोगों द्वारा नाव चलाया जा रहा है और मनमाना भाड़ा भी वसूला जा रहा है.
उन्होंने बताया कि यदि प्रशासन की ओर से नाव की व्यवस्था कर दी जाती, तो इस समस्या से निजात मिलती. वहीं जमाल हुसैन ने बताया कि धुलियान गंगा का पानी गांव में प्रवेश होने के कारण उक्त समस्या उत्पन्न हुई है. रमिया बीबी, आशानूर बीबी व नूर जहां बीबी ने बताया कि जल जमाव की वजह से खाने–पीने के समानों सहित जलावन आदि लाने में कठिनाई उठानी पड़ रही है.