पाकुड़ : जिला मुख्यालय स्थित बार एसोसिएशन के कार्यालय परिसर में शनिवार को विधि लिपिक संघ का प्रदेश स्तरीय एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया. इसका उद्घाटन मुख्य संगठन महासचिव केशव कुमार सिंह ने किया. सम्मेलन की अध्यक्षता सकुनी पोद्दार ने की. जबकि संचालन प्रशांत बनर्जी ने किया. सम्मेलन के मौके पर संघ के प्रतिनिधियों द्वारा दो मिनट का मौन रखकर नंदकिशोर लाल वर्मा, केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे एवं हिमाचल में 24 विद्यार्थी के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया गया और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की गयी.
सम्मेलन में विधि लिपिकों को सभी न्यायालयों में बैठने का स्थान देने, विधि लिपिक अधिनियम बनाने, विधि लिपिक कल्याण अधिनियम बनाने आदि मांगों पर चर्चा की गयी और उक्त मांगों के निदान को लेकर एकजुट होकर संघर्ष करने का भी निर्णय लिया गया. केशव कुमार सिंह ने कहा कि हमें अपने लंबित मांगों के निदान के लिए हमें संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा. उन्होंने कहा कि जब तक हमारा संगठन मजबूत नहीं होगा हमारी मांगें भी पूरी नहीं हो पायेगी.
सम्मेलन को पदुम कुमार भट्ट ने भी संबोधित किया और जायज मांगों को लेकर संघर्ष तेज करने की अपील की. धन्यवाद ज्ञापन राजेश कुमार यादव ने किया. सम्मेलन को सफल बनाने में सुजीत कुमार विद्यार्थी, पंचानन सरकार, सहदेव केवट, तपन बनर्जी, रघुनाथ मंडल, युगल किशोर यादव, तुलसी दास, सरयू साव, विद्याधर पांडेय, नरेश कुमार चौधरी, सकुनी पोद्दार, शेखर प्रमाणिक, त्रिलोकी सिंह ने सक्रिय भूमिका निभायी. मौके पर कमल पंडित, हातिम खान, निजामुद्दीन, गयासुद्दीन, रतन लाल, हरेंद्र कुमार सिंह, ईश्वर दयाल पांडेय, सुधांशु शेखर झा, सरयू प्रसाद साव, मंटू कुमार तिवारी आदि मुख्य रूप से मौजूद थे. मौके पर एआएलसीएफ के तीन सूत्री मांगों को लेकर देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से एक प्रतिनिधि मंडल के माध्यम से मिलने का निर्णय लिया गया.