लोहरदगा : होली के बाद अब लोगों में राजनीति का रंग चढ़ने लगा है. चुनाव में जीत-हार को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है. लोग स्वच्छ छवि एवं कर्मठ उम्मीदवार को अपना जनप्रतिनिधि बनाना चाहते हैं. इस मुद्दे पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. समाजसेवी सह शिक्षाविद मदन मोहन पांडेय का कहना है कि बहुत सोच-समझ कर मतदान करें. बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई, नक्सलवाद के कारण देश विकास की दौड़ में पिछड़ता जा रहा है.
ऐसे समय में जरूरत है एक जागरूक एवं जुझारू जनप्रतिनिधि की. केंद्रीय महावीर मंडल के अध्यक्ष अनुपम प्रकाश कुंवर का कहना है कि स्वविवेक से मतदान करें. जो समाज एवं देश को आगे बढ़ाने की क्षमता रखता हो, उसे ही अपना जनप्रतिनिधि चुनें. व्यवसायी सह समाजसेवी उपेंद्र प्रसाद का कहना है कि भ्रष्टाचार के कारण सुदूर गांवों का विकास नहीं हो पा रहा है. अभी भी बहुत सारे ऐसे गांव हैं, जहां के लोग दो जून की रोटी के लिये तरसते हैं. सामाजिक कार्यकर्ता अयाज अहमद लडन का कहना है कि हमें एक ऐसा जनप्रतिनिधि चुन कर संसद में भेजना है जो पूरे देश के लिए सोच सके. वार्ड पार्षद सीताराम गुप्ता का कहना है कि हमारा सांसद तेज तर्रार हो.
सबों को साथ लेकर चले और क्षेत्र का सर्वांगीण विकास करें. व्यवसायी सुनील भगत का कहना है कि जनता पांच साल में एक बार अपने वोट का इस्तेमाल करती है, इसलिए बहुत सोच समझ कर वोट देना होगा. झारखंड बनने के बाद अब तक क्षेत्र का सर्वागीण विक ास नहीं हो पाया है. ऐसे व्यक्ति को वोट दे जो क्षेत्र का विकास कर सके.