लोहरदगा : नगर की साफ-सफाई की जिम्मेवारी संभालने वाला नगर पर्षद खुद ही गंदगी के आगोश में रहने को विवश है. एकीकृत बिहार का सबसे पुराना नगरपालिका का गौरव प्राप्त यह नगर पर्षद एक जुलाई 1888 में अस्तित्व में आया था.
नगर पर्षद की चहारदीवारी तो करा ली गयी. अभी चहारदीवारी के अंदर रद्दी सामानों व कुड़ों की ढेर लगी हुई है. नगर पर्षद कार्यालय में प्रवेश करते हुए लोगों को स्वच्छता का एहसास नहीं होता है. कभी नगर पर्षद का भवन अपनी सादगी एवं प्राचीनता के लिए जाना जाता था. हाल के वर्षो में इसके भवन के सामने शेड बना कर इसकी सुंदरता को समाप्त कर इसे कबूतरखाना का रूप दे दिया गया.