किस्को/ लोहरदगा : प्रखंड क्षेत्र के परहेपाट पंचायत अंतर्गत दरंगाटोली गांव में सड़क, बिजली, पेयजल की स्थिति गंबीर है. गांव में लगभग 50 परिवार अनुसूचित जनजाति के व लगभग 10 परिवार यादव जाति के रहते हैं.
ग्रामीणों काकहना है कि सभी जनप्रतिनिधि वोट के समय आते हैं और बड़े-बड़े सपने दिखाकर चले जाते हैं. गांव के लोग खेत से पीने का पानी लाकर अपना हलक भिगाते हैं. गांव में एक चापानल है, जो छह माह से खराब पड़ा है.
इस संबंध में कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों को पेयजल व सड़क की समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस पहल किसी ने नहीं की है. गांव में स्वास्थ्य कैंप तो वर्षो से नहीं लगा है. जिससे ग्रामीण मलेरिया डायरिया ,टीवी जैसी बीमारियों की चपेट में आते रहते हैं. अब तक गांव में पेयजल की कोई सुविधा नहीं की गयी है. कुआं भी सही नहीं है. खेतों का पानी कुआं में प्रवेश करता है, जिसे ग्रामीण पीने को विवश है. सड़क की स्थिति बदत्तर है.
वर्षो पहले असीफ हसन बीडीओ द्वारा एक बार गांव जाकर ग्रामीणों की समस्या को कुछ हद तक पहल की थी. इसके बाद आज तक कोई भी वरीय पदाधिकारी ने दरंगाटोली के लोगों का हाल जानने नहीं पहुचा है. ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों व सरकारी अधिकारियों के प्रति उदासीनता का आरोप लगाया है. गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. विगत दिनों परहेपाट पंचायत के मुखिया व झाविमो के जिला संयोजक मोहीबुल्ला अंसारी द्वारा गांव का भ्रमण किया गया. मौके पर ग्रामीणों ने दोनों जनप्रतिनिधियों को गांव की मूलभूत समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि गांव में नेताओं द्वारा झुठा आश्वासन कई बार दिया गया है.
लेकिन किसी ने गांव की समस्या पर गंभीरता नहीं दिखायी. इन दोनों प्रतिनिधियों को सड़क, शिक्षा, पेयजल, बिजली व स्वास्थ्य सुविधा शीघ्र बहाल करने को ग्रामीणों ने कहा. मौके पर दोनों जनप्रतिनिधियों ने उनको आश्वस्त किया कि जल्द से जल्द दरंगाटोली में सभी समस्याओं का निदान किया जायेगा.