लोहरदगा : जिले में तपती गरमी से लोग परेशान हैं. गरमी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सुबह होते ही शहर की सड़कें वीरान हो जाती है, जो देर शाम तक रहती है. पारा के लगातार बढ़ने से लोगों की परेशानी भी बढ़ रही है.
कुएं, तालाब, नदी सूख चुके हैं. पठारी क्षेत्र होने के कारण अधिकांश चापानल खराब पड़े हैं. लोगों को पानी के लिए संकट का सामना करना पड़ रहा है.
बिजली की अनियमित आपूर्ति के कारण जलापूर्ति व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है. लोग अहले सुबह ही पानी की जुगाड़ में लग जाते हैं. शहरी क्षेत्र के अलावे ग्रामीण इलाकों में भी लोग पानी के लिए परेशान हैं.
इंसान तो इंसान, जानवरों को भी पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. किसान सिंचाई के लिए भी परेशान हैं. खेत में फसलें सूख रही है. किसान का हाल-बेहाल है. किसानों का कहना है कि सिंचाई के नाम पर तो करोड़ों रुपये खर्च किये गये, लेकिन धरातल पर कहीं भी सिंचाई की व्यवस्था नजर नहीं आती है.