बालूमाथ : पेंटर अजय कुमार की मौत इलाज के अभाव में हो गयी. रविवार की रात उसने आखिरी सांस ली. वह गंभीर रोग से पीड़ित था. उसके पिता रामू साव 2011 में पुलिस-माओवादी मुठभेड़ में मारे गये थे.
रामू की मौत के बाद उनके परिवार को भरण-पोषण में काफी परेशानी हो रही थी. उनकी मौत के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने बालूमाथ चौक को जाम कर दिया था. इसके बाद अंचलाधिकारी मनीष लकड़ा व थाना प्रभारी द्वारा रामू के परिजनों को तीन लाख रुपये मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी व 10 डिसमिल जमीन देने की घोषणा की गयी थी, लेकिन आज तक रामू के परिवार को कोई सरकारी लाभ नहीं मिल सका.
इस बीच अजय गंभीर रोग से पीड़ित हो गया. मुआवजे की आस ताकते रामू साव की पत्नी गायत्री देवी भी छह माह पूर्व चल बसी. गत 21 जून को अजय के भाई मनोज कुमार ने उपायुक्त के जनता दरबार में मुआवजे की राशि व नौकरी की गुहार लगायी थी, ताकि मुआवजे की राशि से वह अजय का उचित इलाज करा सके. अजय के परिवार में उसकी पत्नी व दो छोटे बच्चे हैं.
ज्ञात हो कि अतिक्रमण हटाने के दौरान अजय का घर भी प्रशासन द्वारा नष्ट कर दिया गया था. उसके बाद से उसका परिवार दर-दर की ठोकरें खा रहा है.