विकाश
डरमा : विकलांगों को सहारा देने वाला विभाग खुद विकलांग है. यहां न तो सही से कार्यालय है और न ही कार्यालय में काम करने के लिए कर्मचारी. कार्यालय जाने के लिए सही से रास्ता भी नहीं है.
कार्यालय जाने के लिए झाड़ियों के बीच से गुजरना पड़ता है. सदर अस्पताल कोडरमा में विकलांगता प्रमाणपत्र निर्गत करने वाला कार्यालय राम भरोसे है. विश्व विकलांग दिवस की पूर्व संध्या पर इस कार्यालय में ताला लटका नजर आया. प्रमाणपत्र लेने आये लोग निराश होकर लौट गये.
1999 में अस्तित्व में आया यह कार्यालय आज जीर्ण–शीर्ण अवस्था में झोपड़ीनुमा कमरा में संचालित है. यहां प्रत्येक सप्ताह के शुक्रवार को विकलांगता प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए बोर्ड बैठता है.
इसके पदेन अध्यक्ष सिविल सजर्न होते हैं, पर इस कार्यालय की दशा सुधारने के लिए किसी ने आज तक पहल नहीं की. जिले भर से लोग यहां विकलांगता की जांच कराने आते हैं और प्रमाण पत्र लेते हैं. इस वर्ष अब तक इस कार्यालय से 312 प्रमाणपत्र निर्गत किये गये हैं.