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कोडरमा : कोडरमा के गझंडी रेलवे स्टेशन पर कोयला चोरी का गोरखधंधा यूं ही नहीं फल–फूल रहा है. रेलवे अधिकारियों की मिलीभगत तो है ही, माफिया घने जंगलों का भी फायदा उठाते हैं. घने जंगलों से घिरे गझंडी रेलवे स्टेशन पर जब दबाव में कभी कार्रवाई करने के लिए पुलिस पहुंचती भी है, तो चोर फरार हो जाते हैं.
आरपीएफ का रिकार्ड है कि आज तक इस सेक्शन पर कभी भी बड़े स्तर पर कोयला चोर नहीं पकड़े गये हैं. हाल में ही आरपीएफ ने अजमेर– सियालदाह से कुछ बोरी कोयले की बरामदगी की थी, पर एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई.
* 200 से 250 में रखे जाते हैं लड़के
गझंडी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से कोयला उतारने के लिए ठेकेदार आसपास के गांवों के लड़कों को प्रतिदिन की हाजिरी पर रखता है. 15-20 लड़कों का ग्रुप स्टेशन पर कोयला गाड़ी रुकते ही उसपर सवार हो जाता है और कोयले की डंपिंग की जाती है. इसके लिए लड़कों को 200 से 250 रुपये मजदूरी मिलती है.
* प्रति बोरा बनता है कमीशन
तय ठेके से ज्यादा कोयला उतारने के बाद उसकी बोली लगती है. इसके बाद बोरा में कोयले को रख कर दूसरी जगहों पर ले जाया जाता है. सूत्रों की मानें, तो प्रत्येक बोरी पर 30 से 40 रुपये कमीशन लिया जाता है.
* आरपीएफ प्रभारी तक हुए सस्पेंड पर नहीं रुका गोरखधंधा
कुछ महीने पहले की बात है. गझंडी रेलवे स्टेशन पर हो रहे कोयले की चोरी की सूचना हाजीपुर मंडल के अधिकारियों तक पहुंची. उस समय अधिकारी हरकत में आये और जांच टीम हाजीपुर से सड़क मार्ग से गझंडी आयी.
यहां कोयला चोरी की तसवीरें देख व मौके पर हो रहे काले कारोबार को देख उस समय के कोडरमा आरपीएफ प्रभारी बीके तिवारी सहित चार अन्य कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया. जांच करने हाजीपुर से टीम आयी और कार्रवाई धनबाद रेल मंडल के अधिकारियों ने की. बाद में सस्पेंड हुए इंस्पेक्टर का तबादला हो गया. अब नये इंस्पेक्टर आये हैं, पर चोरी तो हो ही रही है.
* दूर–दूर से आते हैं खरीदार
गझंडी में कोयला खरीदने के लिए बिहार के जहानाबाद, गया, पहाड़पुर, पटना तक के लोग आते हैं. कोडरमा के लोग भी कोयले की खरीदारी के लिए यहां पहुंचते हैं. बिहार से आने वालों में अधिकतर महिलाएं होती हैं. ये यहां कोयला खरीदने के बाद सुबह पैसेंजर ट्रेन से रवाना होती है.
* बोगियों के गेट हो जाते हैं जाम
कोडरमा की ओर आने वाली पैसेंजर ट्रेन की बात हो या गया की ओर जाने वाली ट्रेन की. हर समय कोयले की लोड़िग से इन ट्रेनों की बोगियों के गेट कोयले से जाम रहता है. इससे यात्रियों को परेशानी अलग ही होती है.