कर्रा में झंडागड़ी सह सरना प्रार्थना सम्मेलन का आयोजन
खूंटी : ईसाई धर्म को अपनाने वाले तीन परिवार के लोगों की बुधवार को सरना धर्म में वापसी हुई. इनमें सुकरो मुंडाइन, करमा पहान और एक अन्य परिवार शामिल है. बुधवार को कर्रा प्रखंड के सेताहुरू गांव में दो दिवसीय सरना झंडागड़ी महोत्सव सह सरना प्रार्थना सभा के दौरान तीनों परिवार फिर से सरना धर्म में शामिल हुए. पाहनों ने पैर धोकर उनका स्वागत किया.
महोत्सव का आयोजन सरना सोतो समिति सेताहुरू इकाई द्वारा किया गया था. कार्यक्रम की शुरूआत रधु पाहन, जगना पाहन व हजरा पहान द्वारा संयुक्त रूप से विधि-विधान से पूजा-अर्चना के साथ हुई. कार्यक्रम में साहिलोंग, तुनेल, छाता, कदल, बिलसिरिंग, डुमरगड़ी, मानपुर, गुनगुनिया, बिरदा, हिसरी, तस्की, नवाटोली, लोटा, गड़के, कोने व मेहा गांव के सैकड़ों सरना धर्मावलंबियों ने भाग लिया. धर्म के अगुवा छुनकु मुंडा, अजय खलखो, तेंबा उरांव, जयमंगल सिंह मुंडा, सुशील पहान व लापुंग के फागु भगत ने सरना धर्म पर विस्तृत प्रकाश डाला.
उन्होंने अपने गांव, राज्य व देश की सुख-शांति, अमन-चैन, खुशहाली, अच्छी बारिश के साथ धर्म से भटके लोगों की वापसी के लिए मां सरना, सिंग बोंगा से प्रार्थना की. धर्म अगुवा अजय खलखो ने परंपरा, संस्कृति व रीति-रिवाज को नयी पहचान देने की बात कही.