खूंटी : राज्य बाल संरक्षण आयोग, सिनी, सेव द चिल्ड्रेन, प्लान इंटरनेशनल व भारतीय किसान संघ के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को जिला स्तरीय बाल अधिकार सम्मेलन का आयोजन स्थानीय नगर भवन में हुआ. सम्मेलन में राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि बच्चे राष्ट्र के धरोहर हैं. ऐसे में बच्चों को उनका हक व अधिकार देना सभी का दायित्व बनता है. खूंटी में पलायन, लिंगभेद, शोषण के खिलाफ समाजसेवी संस्थाएं अच्छा काम कर रही हैं. सिनी संस्था लोगों में जागरूकता लाने का काम कर रही है. सभी को मिल कर पलायन को रोकने की जरूरत है.
आगे उन्होंने कहा कि अभिभावक बच्चों के प्रथम गुरु होते हैं. वे मुख्यधारा से नहीं भटकें, इसके लिए सही शिक्षा व संस्कार छोटे से ही दें. आयोग की पूरी कोशिश है कि बच्चों को शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य अधिकार मिले. सरकार की तरफ से भी कई योजनाएं बच्चों के विकास के लिए चल रही हैं. संस्था योजनाओं का लाभ दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ें.
नगर पंचायत अध्यक्ष रानी टूटी ने बच्चों को शिक्षा की महत्ता से रूबरू कराया. कहा कि शिक्षा से ही समाज जागृत होता है. जिला सीडब्ल्यूसी मनोज कुमार, जिला श्रम अधीक्षक एतवारी महतो, मिलन दास, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी लाल सिंह कुरील, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी शमीमुद्दीन अंसारी ने बाल अधिकार पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. बाल अधिकार जागरूकता के बाबत उल्लेखनीय योगदान के लिए कई लोगों को सम्मानित किया गया. मौके पर प्रमोद वर्मा, डीपीआरओ रोहित कुमार, मुकूल पाठक, तन्वी झा, सौरभ कुमार आदि मौजूद थे.