खूंटी : रनिया के मरचा मोड़ के समीप से पुलिस ने 2.5 किलोग्राम अफीम व दो मोबाइल के साथ शिलवंती कोनगाड़ी व एब्रेनसिया कोनगाड़ी (दोनों गरई टंगरा टोली निवासी) को गिरफ्तार किया है. एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा को सूचना मिली थी कि खूंटी से गुमला जा रही एक यात्री बस में दो युवती थैला में अफीम लेकर जा रही हैं. इनकी गिरफ्तारी के लिए एसपी ने टीम गठित की. टीम में शामिल अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) अनुराग राज, एसडीपीओ तोरपा नाजिर अख्तर, पुलिस निरीक्षक सरोज कुमार, जवाहरलाल शर्मा, श्यामजीत किस्कू, कन्हैया सिंह (तीनों सअनि) मरचा मोड़ के समीप पहुंचे, तो देखा कि बस से उतर कर दो युवती रनिया की तरफ जा रही हैं.
शक के आधार पर पुलिस ने दोनों के थैले की तलाशी ली, तो दो प्लास्टिक के डिब्बे में रखा अफीम मिला. एसपी के मुताबिक पूछताछ में दोनों युवतियों ने बताया कि तीन-चार दिन पहले रनिया के तुरीगढ़ा के जोहन तोपनो व पेरोमबीर के फिलिप ने दोनों को दिनेश गोप से मिलवाया था. दिनेश गोप ने उन्हें एक मोबाइल व दो हजार रुपये देकर कहा कि तुम लोग इसे मुरहू जाकर जिला परिषद सदस्य पौलुस सोय को दे देना तथा उससे दवा लेकर मुझे दे देना. मरचा मोड़ के पास नयन साहू एक लिफाफा देगा.
लिफाफा मिलने पर हमलोगों ने इसे फिलिप नाम के एक व्यक्ति के साथ पौलुस सोय के एक आदमी को दे दिया. उस दिन पौलूस सोय ने कहा कि आज दवा नहीं है, दूसरे दिन दवा ले जाना. शीलवंती 17 जून को एक अन्य लड़की एब्रेनसिया के साथ मुरहू के जाते गांव गयी. पुलिस के मुताबिक वहां एक बोलेरो पर तीन-चार लोगों के साथ पौलुस सोय पहुंचा और तराजू से तौल कर उक्त भूरा रंग कर गीला पदार्थ दो डिब्बे में दिया. बोला यही दवा है, दे देना. इसी बीच दोनों पुलिस की पकड़ में आ गयी. पुलिस ने दोनों युवतियों का बयान कोर्ट में दर्ज कराया है.