निर्दोष जनता को मामले से अलग किया गया
खूंटी : 24 अगस्त 2017 को कांकी में पुलिस अधिकारियों को कथित ग्रामीणों द्वारा घंटों बंधक बनाये रखने (कांड संख्या 143/17 एवं गत 24 जून को भंडरा में सरकारी कामकाज में बाधा डालने व संविधान की गलत व्याख्या करने (कांड संख्या 102/17) की सुपरविजन रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है.
कांकी घटना की सुपरविजन रिपोर्ट एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा जबकि भंडरा घटना की रिपोर्ट एसडीपीओ रणवीर सिंह ने तैयार की है. दोनों घटनाओं में नामजद अभियुक्त एवं 15-20 अज्ञात लोगों के इसमें शामिल होने की पुष्टि हुई है. पुलिस ने सुपरविजन रिपोर्ट में निर्दोष जनता को मामले से अलग कर दिया है.
पूर्व नियोजित थी घटना : घटना पूर्व नियोजित थी, जिसे खूंटी के बाहर के नामजद अभियुक्तों ने जिले में अस्थिरता लाने को लेकर तैयार की थी. मामला अफीम की खेती को बढ़ावा देने, अवैध पत्थर खदान से उत्खनन करने आदि का खुलासा रिपोर्ट में किया गया है.
कांकी घटना में इनके नाम सामने आये
कांकी घटना में बिरसा पाहन, बबीता कच्छप, विजय कुजूर, कृृष्णा हांसदा, नथनियल मुंडा, बालगोविंद तिर्की, युसूफ पूर्ति, सुखराम मुंडा, पावेल टूटी, बाजू पाहन, विकास टूटी, बिरसा मुंडा, चमरा मुंडा, लेवो एग्नेस टूटी, चरका पाहन, नागेश्वर मुंडा, जीतू टूटी, टूटी मुंडा, कुशल टूटी, कार्तिक महतो सहित अन्य लोगों के शामिल होने की पुष्टि हुई है. पुलिस इनमें सुखराम, बिरसा, चरका, नागेश्वर, कार्तिक को जेल भेज चुकी है.
भंडरा घटना में 15-20 लोग के शामिल होने की पुष्टि
भंडरा घटना में अभियुक्त कृष्णा हांसदा, विजय कुजूर, प्रोफेसर उर्फ युसूफ पूर्ति, बबीता कच्छप, सुखराम मुंडा, पावेल टूटी, बालगोविंद तिर्की, बिरसा पाहन, बिरसा मुंडा, विकास टूटी, बाजू पाहन, चमरा मुंडा, चरका पाहन, नागेश्वर मुंडा, कार्तिक महतो, जोगेन सांगा, विजय सांगा सहित अन्य 15-20 लोगों के शामिल होने की पुष्टि रिपोर्ट में हुई है. कांकी घटना में शामिल अधिकतर नामजद लोग इस घटना में भी शामिल हैं.