बाबा तिलका मांझी की 264वीं जयंती मनी
कुंडहित : धेनुकडीह में अमर शहीद बाबा तिलका मांझी की 264वीं जयंती पर माल्यार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी की दुमका लोस प्रत्याशी छाया कोल मौजूद थीं. श्रीमती कोल ने बाबा तिलका मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
श्रीमती कोल ने कहा कि बाबा तिलका मांझी भारत के वीर सपूतों में से एक थे. उन्होंने अंग्रेजों के जुल्म के खिलाफ आवाज उठायी थी. तत्कालीन भागलपुर कमिश्नर किल्पलैंड के खिलाफ लड़ाई की शुरुआत तिलका मांझी ने की थी. तिलका मांझी ने क्लिपलैंड की हत्या कर दी थी. जिसके लिये तिलका मांझी को भागलपुर के एक चौराहे पर फांसी से लटका दिया गया, जो आज तिलका मांझी चौक के नाम से जाना जाता है.
परंपरागत तरीके से बाबा नायकी हड़ाम बालक हेंब्रम ने तिलका मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. टोला के सभी नायकी मांझी हड़ाम सरजन सोरेन, जयचंद मुर्मू, महादेव हेंब्रम, बोदीलाल सोरेन, गोबझर गमके ने परंपरागत तरीके से पूजा-अर्चना कर तिलका मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
इस अवसर पर तिलका मांझी क्लब धेनुकडीह की और से खेलकूद प्रतियोगिता फुटबॉल, गणित दौड़, बिस्कुट दौड़, तिरंदाजी, कुरसी दौड़, बैलून फोड़ का आयोजन कर प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया. इस मौके पर पशुपति नाथ कोल, कन्हाई माल पहाड़िया सहित अन्य ने भी अपने उदगार व्यक्त किये. इस मौके पर क्लब के गौतम मरांडी शिवधन सोरेन, देवीलाल सोरेन, अरविंद सोरेन सहित अनेकों लोग मौजूद थे.